हिंदू विवाह के 8 प्रकार क्या हैं?

विवाह, समाज द्वारा मान्यता प्राप्त एक सामाजिक संस्था है। इसके द्वारा दो अलग लिंग के लोगों को एक साथ रहने, यौन संबंध स्थापित करने, बच्चों को जन्म देने तथा उनका लालन-पोषण करने का अधिकार प्राप्त हो जाता है।समाज द्वारा अनुमोदित स्त्री-पुरूष के संयोग को विवाह कहते हैं, जिससे स्त्री- पुरुष को काम- इच्छा की सन्तुष्टि के …

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संयुक्त हिन्दू परिवार व्यवसाय का अर्थ, विशेषताएं गुण और दोष

संयुक्त हिन्दू परिवार व्यवसाय एक ऐसा व्यवसाय होता है जिसका स्वामित्व एक संयुक्त हिन्दू परिवार के सदस्यों के पास होता है। इसे हिन्दू अविभाजित परिवार व्यवसाय भी कहते हैं। संगठन का यह स्वरूप हिन्दू अधिनियम के अंतर्गत कार्य करता है तथा उत्तराधिकार अधिनियम से नियंत्रित होता है। संयुक्त हिन्दू परिवार व्यावसायिक संगठन का ऐसा स्वरूप है …

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आयुर्वेद का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, प्रकार

जिस शास्त्र में हितायु, अहितायु, सुखायु और दु:खायु इन चार प्रकार की आयु के लिए हितकर तथा अहितकर द्रव्य, गुण एवं कर्म के प्रमाण का विवेचन और जिसमें आयुओं के स्वरुप का वर्णन किया गया हो उसे ‘आयुर्वेद’ कहते हैं। आयुर्वेद का अर्थ आयुर्वेद शब्द की निरूक्ति – आयुर्वेद शब्द दो शब्दों के योग से बना …

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धर्म का उद्गम स्थान व अनादित्व

धर्म शब्द की उत्पत्ति ‘धृ’ धातु से हुई है, जिसका तात्पर्य है- धारण करना, पालन करना, इसी धातु के अर्थ को मूलाधार मानते हुये भारतवर्ष के अनेक ऋषि-मुनियों व विद्वानों ने धर्म शब्द की परिभाषा देते हुए उसका निर्वाचन किया है, जो इस प्रकार है –  ‘‘धृयते धार्यते सेवते इति धर्म:’’ ‘‘ध्रियते लोक: अनेन अर्थात् जिससे …

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नगरीकरण क्या है नगरीकरण से उत्पन्न होने वाली समस्याएं

जनसंख्या का ग्रामीण क्षेत्रों से नगरीय क्षेत्रों में जाना ’नगरीकरण’ कहलाता है। इसके परिणामस्वरूप जनसंख्या का बढ़ता हुआ भाग ग्रामीण स्थानों में रहने की बजाय शहरी स्थानों में रहता है।  नगरीकरण की परिभाषा थौमसन वारन (एनसाइक्लोपीडिया आफ सोशल साइन्सेज) ने इसकी परिभाषा इस प्रकार की हैः ’’यह ऐसे समुदायों के व्यक्तियों, जो प्रमुखरुप से या पूर्णरुप …

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पति शब्द का अर्थ एवं परिभाषा

पति शब्द का अर्थ  पति शब्द की उत्पत्ति ‘पा’ धातु से हुई है जिसका अर्थ है-रक्षा करना। चूंकि यह अपनी स्त्री का संरक्षक होता है इसलिए इसे पति कहा जाता है। भारतीय सभ्यता के क्रमश: विकास के साथ-साथ इसकी स्थिति में परिवर्तन होता गया। पहले अवस्था प्राप्त अर्थात् प्रौढ़ विवाह की परम्परा थी। परन्तु पीछे यह …

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पिता का अर्थ, परिभाषा, दायित्व और कार्य

पिता का अर्थ  पिता संस्कृत शब्द ‘‘पितृ’’ मूलत: भारोपीय युग का शब्द है। अत: पिता की उत्पत्ति तथा इसकी मूल भावना भी भारोपीय है। इस शब्द की व्युत्पत्ति ‘पा’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ होता है, ‘रक्षा करना’ तथा पालन करना।, अत: पिता का कार्य है अपने परिवार के सदस्यों की रक्षा करना तथा पालन …

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घरेलू हिंसा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार

घरेलू हिंसा का अर्थ शारीरिक दुर्व्यवहार अर्थात शारीरिक पीड़ा, अपहानि या जीवन या अंग या स्वास्थ्य को खतरा या लैगिंग दुर्व्यवहार अर्थात महिला की गरिमा का उल्लंघन, अपमान या तिरस्कार करना या अतिक्रमण करना या मौखिक और भावनात्मक दुर्व्यवहार अर्थात अपमान, उपहास, गाली देना या आर्थिक दुर्व्यवहार अर्थात आर्थिक या वित्तीय संसाधनों, जिसकी वह हकदार है, …

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ग्रामीण विकास का उद्देश्य

वास्तव में ग्रामीण विकास का उद्देश्य बहुत ही व्यापक है। इसका मुख्य उद्देश्य ग्रामीण जनसमुदाय के भौतिक एवं सामाजिक कल्याण में संवर्धन करना है। ग्रामीण विकास के उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु भूवैन्यासिक नियोजन के द्वारा ग्रामीण निवास्य प्रत्यावर्तन प्रक्रिया आवश्यक है। समन्वित ग्रामीण विकास क्षेत्र के भौतिक एवं मानवीय संसाधनों की सक्रियता हेतु लाभकारी नियोजन का …

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गाँव का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएं

गाँव का अर्थ विभिन्न विद्वानों ने गाँव या ‘ग्रामीण’ शब्द की अनेक व्याख्याएं प्रस्तुत की हैं। कुछ व्यक्तियों का मत है कि जहाँ आर्थिक एवं सामाजिक दृष्टि से पिछडे़ हुए लोग रहते हो, उस क्षेत्र को गॉव कहा जाए।  दूसरी ओर कुछ विद्वानों ने गाँव या ‘ग्रामीण’ शब्द उनके लिए उपयुक्त माना है, जहां कृषि को …

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