भारत नेपाल संबंध का आरम्भ

भारत व नेपाल के बीच गहन ऐतिहासिक, सांस्कृतिक, धार्मिक व भौगोलिक समानताओं के साथ-साथ 1700 किलोमीटर की खुली सीमाएँ हैं। जहां एक ओर नेपाल भारत के लिए अति महत्वपूर्ण भौगोलिक स्थिति वाला देश है, वहीं दूसरी ओर नेपाल का भू-बद्ध राष्ट्र होना इसे काफी हद तक भारत पर निर्भर बना देता है। द्विपक्षीय स्थिति के अतिरिक्त …

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जैन धर्म के सिद्धांत और जैन धर्म की उत्पत्ति कब और कैसे हुई

भारतीय दार्शनिक चिंतन के मुख्य श्रोत वेद हैं। कुछ दर्शन वेद बाह्य भी हैं। उनमें आजीवक, चार्वाक, जैन एवं बौद्ध दर्शन मुख्य हैं। प्रारंभ में जैन मत धर्म के रूप में विकसित हुआ था, परंतु आगे चलकर विद्वानों ने उसके दर्शन को विकसित किया। जैन धर्म के प्रवर्तक एवं आद्य तीर्थंकर मनुवंश महिपति नाभि के पुत्र …

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1789 की फ्रांसीसी क्रांति के कारण, घटनाएं एवं प्रभाव

जे. ई. स्वाइन के अनुसार, फ्रांस में 1789 में एक महान क्रान्ति हुई जो वहां की निरंकुश शासन व्यवस्था तथा तत्कालीन दोषपूर्ण सामाजिक व्यवस्था, विशेषाधिकारों और नौकरशाही के विरूद्ध थी। इस क्रान्ति के परिणामस्वरूप कालान्तर में यूरोप की पुरातन व्यवस्था का अन्त हो गया तथा सामाजिक राजनीतिक एवं आर्थिक जीवन में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। वस्तुतः विश्व …

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जर्मनी मे नाजीवाद के उदय के कारण

नाजीवाद फासीवाद का ही एक उग्र रूप है जिसको हिटलर ने जर्मनी में विकसित किया। नाजीवाद के अंतर्गत राष्ट्रवाद को सर्वोचता प्रदान की गई है, रजनी पाम दत्त के अनुसार इटली में फासीवाद आने तक उदारवादी’ लोकतंत्रवादी और सामाजिक लोकतंत्रवादी हलकों में आमतौर पर यह माना जाता था कि फासीवाद और यहाँ का औद्योगिक सर्वहारा वर्ग …

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इतिहास अतीत का अर्थ, परिभाषा, उपयोगिता, महत्व, प्रकृति व क्षेत्र

इतिहास अतीत क्या है? इस प्रश्न के उत्तर अनेक रूपों में हमारे सामने आते हैं। विभिन्न विद्वानों के द्वारा इसके अनेक उत्तर दिये गये हैं। इतिहास अतीत एक ऐसा विषय है जिसे सीमाओं में नहीं बाँधा जा सकता। इतिहास अतीत हर विषय से सम्बन्धित है। प्राचीनकाल से आज तक इस पृथ्वी पर जो कुछ भी हुआ …

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1965 भारत पाकिस्तान युद्ध की पूरी कहानी

भारत के विभाजन के बाद पाकिस्तान बनते ही तमाम ऐसे मुद्दे पैदा हो गए जो आज तक दोनों देशों के बीच विवाद की जड. बने हुए है। ऐसे मुद्दों का समाप्त होना तो दूर बल्कि इनमें इजाफा ही होता गया हैं विभाजन के तत्काल बाद दोनों देशों ने आपस में युद्ध कर अपनी भडास निकालने की …

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आसियान के सदस्य देश, उद्देश्य, कार्य एवं भूमिका, शिखर सम्मेलन

दक्षिण-पूर्व एशिया के 10 देशों के समूह का आसियान ASEAN नामक संगठन है। इसके सदस्य देश में सम्मलित है, इंडोनेशिया, सिंगापुर, फिलीपींस, मलेशिया, ब्रूनेई, थाईलैंड, कंबोडिया, लाओस, म्यांमार और वियतनाम। आसियान का प्रमुख उद्देश्य सदस्य देशों की संप्रभुता, क्षेत्रीय अखंडता और स्वतंत्रता को स्थापित रखते हुए विवादों का शांतिपूर्वक समाधान करना रहा है। ASEAN आसियान का …

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आसियान के सदस्य देश, उद्देश्य, कार्य एवं भूमिका, शिखर सम्मेलन

महासागर एक विशाल और लगातार जल खण्ड है जो पृथ्वी के सभी भूखण्डों को चारों ओर से घेरे हुए है। दक्षिणी गोलार्द्ध के 4/5 तथा उत्तरी गोलार्द्ध के 3/5 भाग पर समुद्री जल है। इसमें विश्व के समूचे जल का 97.2 प्रतिशत जल है। विश्व के प्रमुख महासागर विश्व के प्रमुख महासागर और उनकी विशेषताएं – …

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चीन के प्राचीन राजवंश

चीनी अपनी सभ्यता को हजारों वर्ष पुरानी मानते हैं। चीन में भी सभ्यता का विकास नदी घाटियों में ही हुआ था। चीन का प्रसिद्ध मैदान ह्नांगहो पीली नदी तथा यांग्ट्सीक्यांग नदियों से सींचा जाता है। इसी मैदान में चीन की सभ्यता की उन्नति हुई तथा यह सभ्यता एशिया के पूर्वी भाग में फैली। चीन, जापान, हिन्दचीन, …

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रामायण में कितने कांड है उनके नाम

रामायण  रामायण के 7 कांड के नाम सम्पूर्ण रामायण 7 कांड में विभक्त है- बालकांड,  अयोध्याकांड,  अरण्यकांड,  किष्किन्धाकांड,  सुन्दरकांड,  लंकाकांड एवं  उतरकांड !  इसके प्रत्येक कांड में अनेक सर्ग हैं। जैसे,  बाल में 77,  अयोध्या में 119  अरण्य में 75  किष्किन्धा में  67 सुन्दर में  68 लंका में  128 तथा  उत्तर में 111  इसमें राम की मुख्य कथा …

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