राजनीति का अर्थ एवं परिभाषा – Meaning & definition of politics

राजनीति वर्तमान जीवन के महत्त्वपूर्ण कारकों में से एक हैं। ‘राजनीति’ से अभिप्राय उस नीति से है, जिसके माध्यम से किसी राज्य की शासन व्यवस्था को चलाया जाता है । राजनीति किसी भी देश के वर्तमान और भविष्य के नियामक और निर्णायक तत्त्वों में से एक है। राजनीति के माध्यम से ही प्रत्येक राष्ट्र सम्पूर्ण आवश्यकताओं …

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सूचना प्रौद्योगिकी का अर्थ, परिभाषा, सूचना प्रौद्योगिकी के माध्यम

सूचना प्रौद्योगिकी, जिसे इनफार्मेशन टेक्नोलॉजी (Information technology) और संक्षेप में आई.टी. (IT) कहा जाता है, सूचना प्रौद्योगिकी (Information technology) ज्ञान और तकनीक का एक संगम है। सूचना प्रौद्योगिकी तीन प्रमुख तत्वों पर निर्भर है- हार्डवेयर, साफ्टवेयर और इंटरनेट।  सूचना प्रौद्योगिकी का अर्थ  सूचना प्रौद्योगिकी दो शब्दों से मिलकर बना है सूचना व प्रौद्योगिकी। सूचना का तात्पर्य है …

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विमर्श का अर्थ एवं परिभाषा

सामान्यत: विमर्श से तात्पर्य है चर्चा-परिचर्चा, संवाद, तर्क-वितर्क आदि। दूसरे शब्दों में कहा जाये तो जब व्यक्ति किसी समूह में किसी विषय पर चिन्तन अथचा चर्चा-परिचर्चा आदि करता है तो उसे विमर्श कहा जाता है या जब कोई व्यक्ति किसी विषय को लेकर अकेले में गहन, चिन्तन, मनन करके किसी समूह में जाकर उस विषय पर …

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भारत में रेल का प्रारंभ कब से हुआ || भारत में रेल सेवा किसने और कब शुरू की

सर्वप्रथम 16वीं सदी में यूरोप में कोयला एवं अन्य खनिज पदार्थों को ढोने के लिए ‘ट्राम वे की शुरूआत की गई थी। विश्व में यह रेल परिवहन का पहला सबूत है। ट्राम या ट्राली कार जिसे रेल वाहन के नाम से जाना जाता है। वर्तमान समय में भी इस ट्राम वे को चलाया जाता है। ट्राम …

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दहेज का अर्थ, दहेज प्रथा को रोकने के उपाय

दहेज (Dowry) वह सम्पत्ति है जिसे दुल्हन के माता-पिता द्वारा दबाव या अनुचित तरीकों से प्राप्त किया जाता है। हिन्दू समुदाय में यह परम्परा है कि माता-पिता विवाह में अपनी कन्या दे। इस पवित्र धार्मिक कर्तव्य के अनुपालन में माता-पिता अपनी लड़की के लिये एक दुल्हे की खोज करता है। परन्तु हिन्दू समुदाय में यह प्रचलन …

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बाल श्रम का अर्थ, परिभाषा और भारत में बाल श्रम से सम्बन्धित कानून

बाल श्रम का अर्थ 15 वर्ष की आयु सीमा से कम आयु वाले व्यक्ति जो की कम से कम आयु निर्धारित की गई है, बच्चे जो खेलने-कुदने और शिक्षित होने की उम्र में इसके अलावा पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कम से कम वेतन में अधिक से अधिक कार्य करते है बालश्रमिक कहलाते है। बाल श्रम की …

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नैतिक विकास की अवस्थाएं एवं माध्यम

नैतिक विकास की विभिन्न अवस्थाओं से होकर नैतिक मूल्यों का ज्ञान तथा उनका क्रियान्वयन सीखता है। इन सभी अवस्थाओं को विस्तार से निम्न प्रकार से बतलाया है : नैतिक विकास की अवस्थाएं नैतिक विकास की सभी अवस्थाओं को विस्तार से निम्न प्रकार से बतलाया है : शैशवावस्था में नैतिक विकास पूर्व बाल्यावस्था में नैतिक विकास उत्तर …

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समायोजन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएं

समायोजन को सामंजस्य, व्यवस्थापन या अनुकूलन भी कहते हैं। व्यक्ति को सफल जीवन व्यतीत करने के लिए अपने वातावरण और परिस्थितियों के साथ समायोजन स्थापित करना आवश्यक हो जाता है। व्यक्ति के जीवन में अनेक प्रकार की अनुकूल एवं प्रतिकूल परिस्थितियाँ आती रहती हैं, जिनका उसे समय-समय पर सामना करना पड़ता है। प्रत्येक व्यक्ति अपनी अलग-अलग …

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जीन पियाजे का नैतिक विकास का सिद्धांत और कोहलबर्ग का नैतिक विकास सिद्धांत

नैतिकता व्यक्ति के स्वभाव के अनुकूल आचरण है व्यक्ति के निम्न स्वभाव के अंतर्गत वह स्वार्थी, पाशविक एवं वासनात्मक आचरण करता है। दूसरों के सुख-सुविधा हेतु त्याग एवं परोपकार व्यक्ति के उच्च स्वभाव की प्रवृत्तियाँ हैं। जब व्यक्ति अपनी स्वार्थमय प्रवृत्तियाँ से ऊपर उठकर परमार्थ या दूसरों के लिये भी उसी प्रकार के आचरण करता है …

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नैतिकता का सामान्य अर्थ, नैतिक विकास को प्रभावित करने वाले कारक

नैतिकता का सामान्य अर्थ सज्जनता या चरित्रनिष्ठा समझा जाए यह कहा गया है कि हमें दूसरों के साथ वह व्यवहार करना चाहिए जो दूसरों से अपने लिए चाहते हैं। सूत्र रूप में मानवीय गरिमा के अनुरूप आचरण को नैतिकता कहा जाता है आहार, व्यवहार, उपार्जन, व्यवसाय, परिवार, समाज, शासन आदि क्षेत्रों में नैतिकता का प्रयोग भिन्न-भिन्न …

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