मध्यान्ह भोजन योजना कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य
वर्ष 1995 में मध्यान्ह भोजन योजना प्रारम्भ हुई थी। तत्समय प्रत्येक छात्र को इस योजना के अर्न्तगत हर माह तीन किलोग्राम गेहूँ या चावल उपलब्ध कराया जाता था। केवल खाद्यान्न उपलब्ध कराये जाने से बच्चों का स्वास्थ्य एवं उनकी स्कूल में उपस्थिति पर अपेक्षित प्रभाव नहीं पड़ा। तमिलनाडु में देश की सबसे पुरानी मध्यान्ह भोजन योजना …