मध्यान्ह भोजन योजना कार्यक्रम के मुख्य उद्देश्य

वर्ष 1995 में मध्यान्ह भोजन योजना प्रारम्भ हुई थी। तत्समय प्रत्येक छात्र को इस योजना के अर्न्तगत हर माह तीन किलोग्राम गेहूँ या चावल उपलब्ध कराया जाता था। केवल खाद्यान्न उपलब्ध कराये जाने से बच्चों का स्वास्थ्य एवं उनकी स्कूल में उपस्थिति पर अपेक्षित प्रभाव नहीं पड़ा। तमिलनाडु में देश की सबसे पुरानी मध्यान्ह भोजन योजना …

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पुराणों की उत्पत्ति, पुराणों के नाम एवं श्लोक संख्या

पुराण शब्द का अर्थ है ‘पुराना’ अर्थात जो स्वयं पुराना हो या प्राचीन हो उसे पुराण कहा गया है, पुराण की उत्पत्ति के सन्दर्भ में कहा जा सकता है कि समाज के इतिहास को सुरक्षित रखने की प्रक्रिया तथा इन्हीं परम्परागत बातों के आधार पर पुराण की उत्पत्ति हुई। पुराण शब्द का अर्थ यास्क के निरूक्त …

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व्यास का जीवन परिचय

भारतीय इतिहास की पृष्ठभूमि में मानव जीव का बड़ा महत्व है इसलिए प्रत्येक जीव का अपना इतिहास होता है इसी प्रकार पुराण के रचयिता व्यास का जीवन इतिहास अत्यन्त अद्भुत है। द्वापर-युग के राजा उपचीर वसु के वीर्य से मत्स्यगन्धा नाम की एक सुन्दर कन्या उत्पन्न हुई, जो सत्यवती नाम से पुराणों में प्रसिद्ध है। उनका …

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साख नियंत्रण का अर्थ, आवश्यकता एवं महत्व

वर्तमान युग में साख मुद्रा का इतना अधिक महत्व है कि अर्थशास्त्रियों ने वर्तमान अर्थव्यवस्था को साख मुद्रा अर्थव्यवस्था का नाम दिया है । यद्यपि मुद्रा अर्थव्यवस्था में साख मुद्रा का आधार है परन्तु फिर भी अधिकांश वर्तमान आर्थिक कियायें साख द्रव्य के द्वारा ही पूरी की जाती हैं तथा साख मुद्रा सम्पूर्ण वर्तमान वित्तीय प्रणाली …

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मुद्रा बाजार का अर्थ, भारतीय मुद्रा बाजार की विशेषताएं

मुद्रा बाजार का अर्थ प्रत्येक देश की बैंकिंग प्रणाली का स्वरूप आज केन्द्रीय बैंक के नियंत्रण में अत्यन्त सुसंगठित एवं केन्द्रित होता जा रहा है किन्तु बैंकिंग प्रणाली के संगठन में कुछ ऐसी संस्थाओं का भी महत्वपूर्ण स्थान है जो बैंक के आस-पास में रहकर मुद्रा के लेन-देन का कार्य करती हैं । इसी प्रकार की …

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विश्व व्यापार संगठन क्या है? यह कब और क्यों स्थापित किया गया

गैट के अन्तिम सम्मेलन में विश्व व्यापार संगठन की स्थापना के लिए विधिवत प्रस्ताव पारित किया गया। प्रारम्भ में इस सम्मेलन में सदस्य राष्ट्रों के बीच गहरे मतभेद थे लेकिन धीरे-धीरे ये मतभेद कम होते गए क्योंकि इस चक्र में 8 वर्ष लगे अन्त में 15 अप्रैल 1994 को सभी 123 देशों के प्रतिनिधियों ने इस …

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गैट का उद्देश्य और सिद्धांत – GATT

द्वितीय विश्व युद्ध के बाद जब पूरी दुनिया की अर्थव्यवस्था चरमरा गयी थी तो इस चरमराती हुई अर्थव्यवस्था को ठीक करने के लिए तथा 1930 की विश्व व्यापी मन्दी की समस्याओं से निजात पाने के लिए जुलाई 1944 में ब्रेटन वुड्स सम्मेलन में हैमशायर नामक स्थान पे यह तय हुआ कि तीन अन्तर्राष्ट्रीय संस्थाएं स्थापित की …

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आर्थिक संवृद्धि एवं आर्थिक संवृद्धि को प्रभावित करने वाले तत्व

संसार में आज के समय सबसे बडी आर्थिक समस्या आर्थिक संवृद्धि और विकास की है। आधुनिक युग में आार्थिक विकास प्रमुख चिंतन का विषय है। मायर एवम् बाल्डविन के अनुसार ‘‘राष्ट्रों की निर्धनता का अध्ययन राष्ट्रों के धन के अध्ययन से भी अधिक महत्वपूर्ण है।’’ आर्थिक विकास का महत्व सभी देशों के लिए है लेकिन अल्पविकसित …

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पूंजी निर्माण क्या है || भारत में पूँजी निर्माण की स्थिति

किसी समय, किसी देश में ‘पूंजी निर्माण’, वह धनराशि है जो वर्ष के दौरान (1) सकल स्थायी परिसम्पत्ति अर्थात् भूमि, इमारतों, संयंत्रों और ईमानदारी तथा (2) कच्चे माल तैयार माल तथा प्रक्रियाधीन काम के स्टाक में निवेशित की जाती है। संयुक्त राष्ट्र सांख्यिकी कार्यक्रम के अनुसार देशीय पूंजी-निर्माण देश के वर्तमान उत्पादन तथा आयात का वह …

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संत रविदास जी का सम्पूर्ण इतिहास

संत रविदास का जन्म वर्तमान उत्तर प्रदेश के तत्कालीन अवध प्रान्त के प्रसिद्ध ऐतिहासिक धर्मस्थली काशी नगरी (बनारस) छावनी से लगभग 04 किलोमीटर दूर माण्डूर (मंडवाडीह) नामक गाँव में हुआ था। चौदहवीं शताब्दी में जन्में संत रविदास की जन्मतिथि के बारे में विद्वानों में मत भिन्नता देखने को मिलती है। उनके जन्म तिथि के संदर्भ में …

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