स्वाधीनता का अर्थ, परिभाषा एवं अवधारणा

स्वाधीनता का अर्थ स्वाधीन का अर्थ- ‘स्वतंत्र, किसी का नियंत्रण न मानने वाला, अपनी इच्छानुसार चलने वाला’ होता है। ‘स्व के अधीन होना ही स्वाधीनता है।’  स्वाधीनता शब्द के लिए हिन्दी में स्वतंत्रता, अपराधीनता, मुक्ति आदि अर्थ दिये हैं। अंग्रेजी में से इसके लिए दो शब्द के प्रयोग मिलते हैं, लिबर्टी तथा फ्रीडम (Freedom)। यद्यपि दोनों …

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वर्तमान में भारत की प्रमुख समस्याएं क्या है?

किसी भी राष्ट्र में मनुष्य के जीवन की महत्त्वपूर्ण धूरी ‘अर्थ’ होती है। अर्थ के माध्यम से ही मनुष्य अपनी सम्पूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। मनुष्य के समस्त क्रिया-कलापों को अर्थ के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है। अर्थ ही राष्ट्र के विकास का निर्धारण करता है। यदि राष्ट्र में अर्थ की समस्या …

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कौटिल्य का जीवन परिचय एवं कृतियाँ

कौटिल्य का जीवन परिचय ‘कौटिल्य’ का जन्म एवं नाम चाणक्य का जन्म 325 ई0पू0 हुआ था। कुछ विद्वानों का मत है कि आचार्य कौटिल्य का जन्म 400 ई0पू0 हुआ था। उनके पिता का नाम संभवतः चणक् अथवा शिवगुप्त था। आचार्य कौटिल्य के जीवन काल के विषय में यही कहा जा सकता है कि वे सम्राट चंद्रगुप्त …

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अमेरिका की विदेश नीति : उद्देश्य एवं विशेषताएं

1776 में अमेरिका का एक स्वतंत्र राष्ट्र के रूप में जन्म हुआ। 1783 के अन्त तक इस नये राज्य को संसार के सभी राज्यों की मान्यता प्राप्त हो गयी, जिसके फलस्वरूप अमेरिका विश्व के अन्य राष्ट्रों के परिवार का एक सदस्य बन गया।1 जॉर्ज वाशिंगटन स्वतंत्र अमेरिका के प्रथम राष्ट्रपति बने। उन्होंने 1797 में अन्य देशों …

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सूफी मत का इतिहास

सूफी शब्द की उत्पत्ति के संबंध में भी विद्वानों के कई विचार हैं। कुछ का मानना है कि इस शब्द की उत्पत्ति सफा शब्द से हुई जिसका अर्थ है पवित्र। मुसलमानों में जो सन्त पवित्रता और त्याग का जीवन व्यतीत करते थे वे सूफी कहलाये। एक और विचार है कि सूफी शब्द की उत्पत्ति सूफ शब्द …

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भारतीय संगीत का इतिहास – प्राचीन काल मध्य काल और आधुनिक काल

मनुष्य के जन्म के साथ ही संगीत की उत्पत्ति का इतिहास भी जुड़ा हुआ है। संगीत की उत्पत्ति कब, कैसे और किसके द्वारा हुई, इस बारे में विद्वानों के अनेक मत हैं। संगीत का इतिहास स्वयं मानव का इतिहास है। जैसे-जैसे मनुष्य का विकास होता गया, संगीत की भी उन्नति होती गई। भारतीय संगीत की उत्पत्ति …

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भारत में कृषि का महत्व एवं कृषि पर वैश्वीकरण का प्रभाव

भारत में कृषि, यहाँ की अर्थव्यवस्था व मानव-विकास तथा सामाजिक एवं सांस्कृतिक स्वरूप एवं उत्थान की आधारशिला बनी हुयी है। देश की लगभग 64 प्रतिशत जनसंख्या कृषि कार्यों में संलग्न है तथा देश के 6.38 लाख से भी अधिक गांवों में निवास करने वाली 75 प्रतिशत जनसंख्या प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से आजीविका कृषि से ही …

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भाषा की परिभाषा, प्रकृति, विशेषताएं, महत्व

उच्चरित ध्वनि संकेतों की सहायता से भाव या विचार की पूर्ण अथवा जिसकी सहायता से मनुष्य परस्पर विचार-विनिमय करता या सहयोग करते हैं, उस यादृच्छिक रूढ़ ध्वनि-संकेतों की प्रणाली को भाषा कहते हैं’’। यहां तीन बातें विचारणीय हैं- ’’सार्थक शब्दों के समूह या संकेत को भाषा कहते हैं। यह संकेत स्पष्ट होने चाहिए। मनुष्य के जटिल …

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केदारनाथ सिंह का जीवन परिचय एवं रचनाएं

समकालीन कविता में केदारनाथ सिंह एक महत्वपूर्ण नाम है। अज्ञेय द्वारा संपादित ‘तीसरा सप्तक‘ (1959) से  लेकर ‘सृष्टि पर पहरा‘ ‘2014‘तक उनका व्यापक काव्य संसार फैला हुआ है। समकालीन कविता में उन्हें बहुश्रुत और  बहुउद्धत कवि के रूप में स्मरण किया जाता है। उन्होंने अपने समय की कविता के दनात्मक पक्ष को सबल करने के साथ …

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पर्यावरण किसे कहते हैं | पर्यावरण की परिभाषा

पर्यावरण से तात्पर्य हमारे चारों ओर के उस परिवेश एवं वातावरण से है जिससे हम घिरे हैं। सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि जो कुछ जीव के चारों ओर उपस्थित होता है, वह उसका पर्यावरण होता है। पर्यावरण शब्द ‘परि’ एवं ‘आवरण’ से मिलकर बना है। परि का अर्थ चारों ओर व आवरण का …

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