पिता का अर्थ, परिभाषा, दायित्व और कार्य

पिता का अर्थ  पिता संस्कृत शब्द ‘‘पितृ’’ मूलत: भारोपीय युग का शब्द है। अत: पिता की उत्पत्ति तथा इसकी मूल भावना भी भारोपीय है। इस शब्द की व्युत्पत्ति ‘पा’ धातु से हुई है, जिसका अर्थ होता है, ‘रक्षा करना’ तथा पालन करना।, अत: पिता का कार्य है अपने परिवार के सदस्यों की रक्षा करना तथा पालन …

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शोध अभिकल्प का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं विशेषताएं

कोई भी शोध कार्य बिना किसी लक्ष्य या उद्देश्य के नहीं होता है। इस उद्देश्य या लक्ष्य का विकास एवं स्पष्टीकरण शोध कार्य आरम्भ करने से पूर्व ही निर्धारित कर लिया जाता है। शोध के उद्देश्य के आधार पर अध्ययन् विषय के विभिन्न पक्षों को उद्घाटित करने के लिए पहले से ही बनाई गई योजना की …

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वृद्धावस्था के लक्षण क्या है?

सम्पूर्ण विश्व की सामाजिक व्यवस्था में वृद्धावस्था के लक्षण सामान्यत: एक जैसे ही हैं। देश एवं परिस्थितियों के अनुसार उनके स्तर भिन्न-भिन्न हो सकते हैं।  वृद्धावस्था के लक्षण वृद्धावस्था के विविध लक्षण है-  30 से 65 वर्श की आयु में रक्त चाप (ब्लड प्रेषर) में लगभग 15 प्रतिशत की बढ़ोत्तरी होने लगती है।  कोलेस्ट्राल के स्तर …

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मुजरा का अर्थ और परिभाषा

मुजरा मनोरंजन का माध्यम व कलाकार की विपरीत परिस्थितियों में अजीविका का साधन रहा, मुजरा क्या है इसे विभिन्न अर्थो में समझा जा सकता है। “मुजरेको मुजरऊ” भी कहा जाता है। मुजरा का अर्थ और परिभाषा मुजरा शब्द का अर्थ है:- “राजा या किसी बडे़ व्यक्ति (आदमी) के सामने झुककर किया जाने वाला अभिवादन, नमस्कार, प्रणाम” …

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व्यावसायिक संतुष्टि की अवधारणा

व्यावसायिक संतुष्टि का सम्प्रत्यय व्यक्ति की कार्य प्रवीणता व कुशलता को स्पष्ट करता है। प्रस्तुत सम्प्रत्यय आज के उद्योगपतियों के अतिरिक्त मनोवैज्ञानिकों के शोध का एक आकर्षक विषय है। उद्योगपतियों के लिए यह विषय इसलिए लाभप्रद है क्योंकि इससे उन्हें अपने कार्यकत्ताओं की कुशलता व क्षमता को जानकर उत्पादन की गुणवत्ता का बोध हो जाता है …

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घरेलू हिंसा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार

घरेलू हिंसा का अर्थ शारीरिक दुर्व्यवहार अर्थात शारीरिक पीड़ा, अपहानि या जीवन या अंग या स्वास्थ्य को खतरा या लैगिंग दुर्व्यवहार अर्थात महिला की गरिमा का उल्लंघन, अपमान या तिरस्कार करना या अतिक्रमण करना या मौखिक और भावनात्मक दुर्व्यवहार अर्थात अपमान, उपहास, गाली देना या आर्थिक दुर्व्यवहार अर्थात आर्थिक या वित्तीय संसाधनों, जिसकी वह हकदार है, …

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विशिष्ट बालक का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

विशिष्ट बालक का अर्थ विशिष्ट शब्द असाधारण को सूचित करता है अर्थात् वे बालक जो किसी रूप में साधारण बालकों में असाधारण है। विशिष्ट बालक अपने विशेष लक्षणों के कारण ही सामान्य बालकों से भिन्न दिखाई देता है तथा दूसरों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। विद्यालय के नियमित सामान्य कार्यक्रमों से वे समुचित लाभ …

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श्रीलंका में बौद्ध धर्म का इतिहास

श्रीलंका ‘पूर्व का मोती’ नाम से प्रख्यात श्रीलंका, भारत के दक्षिण में हिन्द महासागर में स्थित एक छोटा सा द्वीप है, जो पाक जलडमरूमध्य के द्वारा के द्वारा भारत से जुड़ा हुआ है। नाशपाती के आकार का यह द्वीप मानचित्र के पटल पर 5° 55’ और 9° 50’ अक्षांशों तथा 79° 42’ और 81° 52’ देशान्तरों …

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चेतना का अर्थ, परिभाषा, स्वरूप एवं महत्व

चेतना का अर्थ चेतना मन की एक स्थिति ही है – जिसके अन्तर्गत बाह्य जगत के प्रति संवेदनशीलता तीव्र अनुभूति का आवेग, चयन या निर्माण की शक्ति इन सबके प्रति चिन्तन विद्यमान रहता है ये सब बातें मिलकर किसी भी व्यक्ति की पूर्ण चैतन्य अवस्था का निर्माण करती है।   चेतना समझने की वस्तु है उसे परिभाषित …

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संत शब्द का अर्थ और परिभाषा

सामान्यत: ‘संत’ शब्द का प्रयोग प्राय बुद्धिमान, पवित्रात्मा, सज्जन, परोपकारी, सदाचारी आदि के लिए प्रयोग किया जाता है। कभी-कभी साधारण बालेचाल में इसे भक्त, साधु या महात्मा जैसे शब्दों का भी पर्याय समझ लिया जाता है। जहाँ तक ‘सतं’ शब्द के शाब्दिक निर्वचन का प्रश्न है उस संदर्भ में संस्कृत के शब्द ‘सन्त:’ से निर्मित हुआ …

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