विक्रय कला का अर्थ, परिभाषा, प्रकृति एवं विशेषताएँ

‘विक्रय-कला’ शब्द दो शब्दों के योग से बना है- (i) विक्रय और (ii) कला। विक्रय का अर्थ किसी वस्तु के स्वामित्व का हस्तान्तरण होने से है, अर्थात् ‘‘विक्रेता किसी मूल्य के प्रतिफल स्वरूप अपनी वस्तु के स्वामित्व का हस्तांतरण उस मूल्य देने वाले क्रेता को करता है जिसे हम ‘विक्रय’ कहते हैं।’’ अगर इसका व्यापक अर्थ …

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वैयक्तिक विक्रय का अर्थ, वैयक्तिक विक्रय की विशेषताएं

वैयक्तिक विक्रय विक्रयकला से विस्तृत अवधारणा है। यह विपणन के अन्य तत्त्वों जैसे मूल्य निर्धारण, विज्ञापन, उत्पाद विकास तथा अनुसन्धान तथा वस्तुओं के भौतिक वितरण को लागू करने का एक साधन है। विक्रय कला वैयक्तिक विक्रय का एक पहलू है। यह वैयक्तिक विक्रय में प्रयोग की जाने वाली कला कौशल है। स्टिल एवं कनडिफ के अनुसार, …

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विक्रय कोटा या विक्रय अभ्यंश क्या है?

प्रत्येक उपक्रम या व्यावसायिक उपक्रम अपने संगठन के विस्तृत उद्देश्य निर्धारित करता है। जिनमें से अधिकतम विक्रय भी एक महत्त्वपूर्ण उद्देश्य होता है। इस उद्देश्य की प्राप्ति के लिए उपक्रम के प्रबन्धकों द्वारा विक्रेताओं के तथा विक्रय क्षेत्रों के लिए विक्रय लक्ष्य निर्धारित किये जाते हैं। इन विक्रय लक्ष्यों की प्राप्ति का एक प्रभावी उपाय विक्रय …

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विक्रय बजट क्या है विक्रय बजट बनाने के प्रमुख उद्देश्य

कार्यानुसार बजट, वह बजट है जो किसी व्यवसाय के एक विशेष कार्य से सम्बन्धित होता है, जैसे उत्पादन बजट, विक्रय बजट आदि। कार्यानुसार बजट प्रत्येक कार्य के आधार पर तैयार किये जाते हैं। इसके पश्चात सभी बजटों का समन्वय करके मास्टर बजट तैयार किया जाता है। विक्रय बजट, बजट अवधि की कुल बिक्री की भविष्यवाणी या …

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नवपाषाण काल की विशेषताएँ

नवपाषाण शब्द उस काल को सूचित करता है जब मनुष्य को धातु के बारे में जानकारी नहीं थी। परन्तु उसने स्थायी निवास, पशु-पालन, कृषि कर्म, चाक पर निर्मित मृदभांड बनाने शुरू कर दिए थे। इस काल की जलवायु लगभग आज कल के समान थी इसलिए ऐसे पौधे पैदा हुए जो लगभग आज के गेंहू तथा जौ …

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भाषा संरचना क्या है?

भाषा संरचना का मूलाधार संरचनात्मक पद्धति है जिस प्रकार भवन रचना में ईट, सीमेंट, लोहा, शक्ति अर्थात् मजदूर और कारीगर की आवश्यकता होती है, उसी प्रकार भाषा संरचना में ध्वनि, शब्द, पद, वाक्य, प्रोक्ति और अर्थ की अपनी-अपनी भूमिका होती है। ध्वनि संरचना दो या दो से अधिक वस्तुओं के आपस में टकराने से वायु में …

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ताम्र पाषाण काल की विशेषता

नवपाषाण काल में कृषि की शुरूआत के साथ ही मानव के जीवन में स्थायित्व आ गया था और साथ ही उसने पशुपालन की भी शुरूआत कर दी थी। इस काल का मानव अब खाद्य संग्रहकर्ता से खाद्य-उत्पादनकर्ता बन गया था। कृषि कर्म में प्राय: स्त्रियां संलिप्त रहती थी तथा शिकार मे पुरूष संलग्न थे। हांलाकि कृषिकर्म …

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सुमेरियन सभ्यता का इतिहास

मैसोपोटामिया की सभ्यता एवं नगर राज्यों का विकास दजला एवम् फरात नदियों के मध्य क्षेत्र में विकसित हुआ। इस क्षेत्र में यह विकास नवपाषाण काल में प्रारंभ हुआ और मेसोपोटामिया के उतरी क्षेत्र में उतरी सीरिया के निचले घास के मैदान तथा दूसरा क्षेत्र दक्षिणी मैसोपोटामिया था, जो ऊपरी हिस्सा कहलाता था। यहां निचले क्षेत्र में …

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मिस्र की सभ्यता का प्रारंभिक इतिहास

विश्व के विभिन्न भागों में नवपाषाण काल की समाप्ति पर विभिन्न कृषक बस्तियां धीरे-धीरे नगरों में परिवर्तित हो गई। परिवर्तन की इस प्रक्रिया को कुछ विद्धानों ने शहरी क्रांति का नाम दिया। प्रारंभिक शहरों का विकास नदी घाटियों के किनारे हुआ, जिनमें दजला और फरात की नदी घाटियाँ प्रमुख है इसके अतिरिक्त नील, सिन्धु, तथा चीन …

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बौद्ध धर्म का संक्षिप्त परिचय

भगवान बुद्ध को बौद्ध धर्म का संस्थापक माना जाता है। गौतम बुद्ध का जन्म 563 ई.पू. नेपाल की पहाड़ियों में स्थित लुम्बिनी नामक स्थान पर हुआ । इनके पिता का नाम शुद्धोदन था तथा माता का नाम माया देवी था। इनके पिता शुद्धोदन शाक्यवंशी क्षत्रियों के राजा थे। उनका राज्य-क्षेत्र नेपाल का दक्षिण भाग था जिसकी राजधानी …

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