ऋग्वेद संहिता का सामान्य परिचय

भारत के प्राचीनतम ग्रन्थ वेद हैं। जीवन, जगत और ईश्वर का यर्थाथ ज्ञान वेद ही है। वेद शब्द ‘विद्-धात’ु से निष्पन्न होकर बना है, जो ज्ञान रूपी महान लाभ को देता है। जिसका अर्थ-ज्ञान का समूह है। डॉ0राधाकृश्णन् के अनुसार-वेद वस्तुत: मानव मस्तिष्क के प्राचीनतम अभिलेख हैं। वेदों का अध्ययन केवल धर्म-कर्म की दृष्टि से ही …

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आयुर्वेद का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, प्रकार

जिस शास्त्र में हितायु, अहितायु, सुखायु और दु:खायु इन चार प्रकार की आयु के लिए हितकर तथा अहितकर द्रव्य, गुण एवं कर्म के प्रमाण का विवेचन और जिसमें आयुओं के स्वरुप का वर्णन किया गया हो उसे ‘आयुर्वेद’ कहते हैं। आयुर्वेद का अर्थ आयुर्वेद शब्द की निरूक्ति – आयुर्वेद शब्द दो शब्दों के योग से बना …

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बेरोजगारी के प्रकार, बेरोजगारी के कितने प्रकार होते हैं?

बेरोजगारी योग्यता के अनुसार काम का न होना। भारत में मुख्यतया तीन प्रकार के बेरोजगार हैं। एक वे, जिनके पास आजीविका का कोई साधन नहीं है। वे पूरी तरह खाली हैं। दूसरे, जिनके पास कुछ समय काम होता है, परंतु मौसम या काम का समय समाप्त होते ही वे बेकार हो जाते हैं। ये आंशिक बेरोजगार …

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धर्म का उद्गम स्थान व अनादित्व

धर्म शब्द की उत्पत्ति ‘धृ’ धातु से हुई है, जिसका तात्पर्य है- धारण करना, पालन करना, इसी धातु के अर्थ को मूलाधार मानते हुये भारतवर्ष के अनेक ऋषि-मुनियों व विद्वानों ने धर्म शब्द की परिभाषा देते हुए उसका निर्वाचन किया है, जो इस प्रकार है –  ‘‘धृयते धार्यते सेवते इति धर्म:’’ ‘‘ध्रियते लोक: अनेन अर्थात् जिससे …

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भूटान का इतिहास, भौगोलिक विवरण और सामाजिक स्थिति

भूटान हिमालय की गगनचुंबी पहाड़ियों और घाटियों में स्थित उन्नत लाभाओं का देश है। भूटान का अपना एक प्राचीन इतिहास है। शायद भूटान ही एक मात्र ऐसा देश है जिसके पास अपनी अविरल ऐतिहासिक किवदन्तियाँ जनश्रुतियाँ,, ऐतिहासिक कथायें, धार्मिक दृष्टान्त के लिए बहुत ही कम और अपर्याप्त सामग्री है।  भूटान का इतिहास भूटान का अपना एक …

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प्राथमिक विद्यालय का अर्थ एवं परिभाषा

प्राथमिक विद्यालय का अर्थ प्राथमिक विद्यालय, प्राथमिक तथा विद्यालय दो शब्दों का समुच्चय है। प्राथमिक शब्द प्रथम शब्द में इक प्रत्यय लगाने से बना है जिसका अर्थ होता है प्रारम्भिक आधारभूत तथा विद्यालय शब्द विद्या एवं आलय का योग है। विद्या शब्द ‘‘विद’’ धातु से विकसित हुआ है जिसका अर्थ है – ज्ञान, वास्तविकता एवं श्रेष्ठ …

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प्राथमिक शिक्षा का अर्थ – उद्देश्य, महत्व

शिक्षा से पहले दी जाने वाली शिक्षा को प्राथमिक शिक्षा कहते हैं प्राथमिक शब्द का सामान्य अर्थ है – प्रारम्भिक, मुख्य तथा आधारभूत। इस प्रकार प्राथमिक शिक्षा से तात्पर्य प्रारम्भिक अथवा आधारभूत शिक्षा से है। प्रारम्भिक स्तर पर सम्पन्न होने के कारण प्राथमिक शिक्षा सम्पूर्ण शिक्षा व्यवस्था का आधार है। प्राथमिक शिक्षा का अर्थ प्राथमिक शिक्षा, …

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फलों का महत्व और वर्गीकरण

फलों को हमारे दैनिक जीवन में आदिकाल से ही बड़ा महत्व दिया जाता रहा हैं। फलों का वर्गीकरण कई प्रकार से किया गया है जिसमें निम्नांकित वर्गीकरण उपयुक्त माना जाता हैं ।  फलों का महत्व फलों का नियमित सेवन मानव शरीर के स्वस्थ संचालन तथा उचित वृद्धि के लिए अत्यंत आवश्यक है  संतुलित भोजन के रूप …

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फसलों का वर्गीकरण

उगाये गये पौधों के समूह को फसल कहते हैं। भारतीय कृषि फसलों का वर्गीकरण कई प्रकार से किया गया हैं जो हैं :-  फसलों का वर्गीकरण  पौधों के जीवन चक्र के आधार पर फसलों का वर्गीकरण एक वर्षीय फसलें :- यह अपनी जीवन चक्र एक वर्ष के अन्दर पूर्ण कर लेते हैं जैसे- गेहूँ, चना आदि।  …

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प्राकृतिक वनस्पति का वर्गीकरण

वनस्पति का वर्गीकरण प्राकृतिक वनस्पति के अन्तर्गत पेड़-पौधे, लतायें तथा घासें सम्मिलित हैं। पादप जगत में विविधता पायी जाती हैं। अब तक लगभग 40,000 पौधों की जातियों का पता लगाया जा चुका हैं। पौधों का वर्गीकरण नमी, आकारकीय लक्षणों, पदानुक्रम तथा जीवन अवधि आदि के आधारों पर किया जाता हैं, जिसमें से कुछ वर्गीकरण हैं :-  …

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