आयनिक बंध किसे कहते हैं सोडियम क्लोराइड में आबंधन इस प्रकार समझा जा सकता है।

एक धातु से अधातु में इलेक्ट्रॉनों के हस्तांतरण से जो रासायनिक बंध बनता है उसे आयनिक बंध (ionic bond or electrovalent bond) कहते हैं। उदाहरण के लिए, जब सोडियम धातु और क्लोरीन गैस (अधातु) को एक-दूसरे के पास लाया जाता है तो वे तीव्र अभिक्रिया द्वारा सोडियम क्लोराइड बनाते हैं। इसे नीचे दिखाया गया है। 2Na(s) …

Read more

अणु किसे कहते हैं ? अणुओं का द्रव्यमान

अणु एक निश्चित व्यवस्था में एक या अलग तत्वों के दो या दो से अधिक परमाणुओं का समुच्चय है। जिसमें परमाणु रासायनिक बलों या रासायनिक संयोजन द्वारा एक दूसरे से बंधे हुये हैं। परमाणु किसी भी पदार्थ का सबसे सूक्ष्म कण है परन्तु वह स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता। इसके विपरीत अणु पदार्थ या यौगिक …

Read more

अणु किसे कहते हैं ? अणुओं का द्रव्यमान

अणु एक निश्चित व्यवस्था में एक या अलग तत्वों के दो या दो से अधिक परमाणुओं का समुच्चय है। जिसमें परमाणु रासायनिक बलों या रासायनिक संयोजन द्वारा एक दूसरे से बंधे हुये हैं। परमाणु किसी भी पदार्थ का सबसे सूक्ष्म कण है परन्तु वह स्वतंत्र अवस्था में नहीं रह सकता। इसके विपरीत अणु पदार्थ या यौगिक …

Read more

फोबिया क्या है अमेरिकन साइकियेट्रिक एसोशियेसन ने फोबिया के लक्षणों को स्पष्ट किया है

दुर्भीति जिसे अंग्रेजी के फोबिया Fobia शब्द से जाना जाता है, वस्तुत: चिंता विकृति के प्रमुख प्रकारों में गिना जाता है। चिंता एक संवेग है जिसमें अविवेकपूर्ण नकारात्मक विचारों की श्रृंखला चलती है, तथा व्यक्ति अपने साथ कुछ बुरा होने की नकारात्मक भययुक्त आशंका से ग्रस्त रहता है। जब तक यह अविवेकपूर्ण डर व्यक्ति के नियंत्रण …

Read more

जैव भू रसायन चक्र क्या है जैव भू-रसायन चक्र के प्रकार?

विभिन्न अध्ययनों से पता चला हे कि पिछले 100 करोड़ों वर्षों में वायुमंडल व जलमंडल की सरंचना में रसायनिक घटकों का संतुलन लगभग एक जैसा अर्थात बदलाव रहित रहा है। रासयनिक ऊतकों से होने वाले चक्रीय प्रवाह के द्वारा बना रहता है। यह चक्र जीवों द्वारा रासायनिक तत्वों के अवशोषण से आरंभ होता हे और उनके वायु जल …

Read more

खाद्य श्रृंखला व खाद्य जाल क्या है ? khadya shrinkhala – Food chain in Hindi

खाद्य जाल एक आहार श्रृंखला आपस में जुड़ी होती है, अपनी भोजन आदतों के आधार पर एक प्राणी एक से अधिक श्रृंखलाओं से सम्बन्ध रखता है। आहार श्रृंखलाओं के इस जाल को खाद्य जाल कहते हैं। उदाहरण के लिये घास टिड्डों के द्वारा भी खायी जाती है और खरगोश या पशुओं के द्वारा भी और इन …

Read more

आकाश तत्व का अर्थ, परिभाषा एवं महत्व

संसार में पंच महा भूतो में आकाश तत्व प्रधान होता है। यह सबसे अधिक उपयोगी एवं प्रथम तत्व है। जिस प्रकार परमात्मा असीम एंव निराकार है उसी प्रकार आकाश तत्व का असीम एवं निराकार है। आकाश तत्व का उसी प्रकार नाश नही हो सकता जिस प्रकार ईश्वर को कभी नश्ट नहीं किया जा सकता। भारतीय मान्यताओं …

Read more

प्राकृतिक चिकित्सा का अर्थ एवं परिभाषा || भारत में प्राकृतिक चिकित्सा का इतिहास

प्राकृतिक तत्वों जैसे- धूप, मिट्टी, जल, हवा आदि द्वारा रोग पर तुरन्त नियंत्रण प्राप्त करने की पद्धति को प्राकृतिक चिकित्सा कहते है। प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति रोगों को जड़ से समाप्त करने में सक्षम है। प्राकृतिक चिकित्सा सभी चिकित्सा प्रणालियों में सर्वाधिक पुरानी चिकित्सा पद्धति है। प्राचीन काल से पंचमहाभूतों- पृथ्वी, जल, अग्नि, वायु, आकाश तत्व की …

Read more

पैरा थायराइड ग्रंथि का कार्य क्या है?

पैरा थायराइड ग्रंथि (Parathyroid gland) मसूर के दाने के आकार की चार छोटी-छोटी ग्रंथियों का समूह है, जिनमें से प्राय: दो-दो थाइरॉइड ग्रंथि के प्रत्येक खण्ड की पोस्टीरियर (पिछली सतह) में स्थित रहती है। ये लगभग 3-4 मि0मी0 व्यास की होती है और पीले भूरे रंग की होती है। जिन कोशिकाओं से ये बनी होती है, …

Read more

थायराइड ग्रंथि की संरचना एवं कार्यो का वर्णन कीजिए |

थायराइड ग्रंथि ग्रीवा में श्वास प्रणाल (Trachea) के सामने निचले सर्वाइकल और प्रथम थोरेसिक वर्टिब्रा के स्तर पर स्थित रहती है। यह दो खण्डों में विभक्त रहती है जो लेरिक्स (स्वर यंत्र) और ट्रेकिया (श्वास प्रणाल) के मध्य जोड़ के दोनों तरफ स्थित रहती है। एक सामान्य वयस्क में थायराइड ग्रंथि का वजन लगभग 25-40 ग्राम …

Read more