समन्वय का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं सिद्धांत

साधारण शब्दों में समन्वय का अर्थ सामान्य लक्ष्यों की पूर्ति हेतु किये जाने वाले सामूहिक प्रयासों में तालमेल बनाये रखना है। समन्वय एक विस्तृत अर्थ वाला शब्द है जिसे विभिन्न विद्वानों ने विभिन्न ढंग से स्पष्ट किया है।  समन्वय की परिभाषा समन्वय की कुछ प्रमुख विद्वानों द्वारा दी गई परिभाषाएं हैं :- कुन्टज तथा ओडोनेल (Koontz …

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निर्णयन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, महत्व एवं प्रक्रिया

निर्णयन का शाब्दिक अर्थ, किसी निष्कर्ष पर पहुचने से लगाया जाता है। व्यवसाय में प्रवर्तन से समापन तक निर्णय ही लेने पड़ते हैं। प्रबन्धकों को उपलब्ध विभिन्न विकल्पों में से श्रेष्ठतम विकल्प का चयन करना पड़ता है जिससे न्यूनतम लागत पर, कम समय में, कुशलतापूर्वक कार्यों को सम्पन्न किया जा सके। पीटर एफ. ड्रकर के शब्दों …

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नियोजन का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, विशेषताएं, प्रकृति, उद्देश्य

नियोजन भविष्य में किये जाने वाले कार्य के सम्बन्ध में यह निर्धारित करता है कि अमुक कार्य को कब किया जाये, किस समय किया जाये कार्य को कैसे किया जाय कार्य में किन साधनों का प्रयोग किया जाये, कार्य कितने समय में हो जायेगा आदि। किसी भी कार्य को करने से पहले उसके सम्बन्ध में सब कुछ …

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प्रबंध के सिद्धांत (हेनरी फेयोल के प्रबंध के सिद्धांत)

आज कल व्यवसाय का स्वरूप बडा हो गया है जिसके कारण प्रबंधक के सामने अनेक समस्यायें उत्पन्न हो रही है इसलिए इन समस्याओं के समाधान के लिए प्रबंधक केा मार्गदर्शन की आवश्यकता होती है प्रबंध के सिद्धांत प्रबंधक को मार्गदर्शन प्रदान करते है और उसको व्यवसाय के संचालन में सहायता प्रदान करते है। इसके लिए फ्रान्स के प्रसिद्ध …

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प्रबंध का अर्थ, परिभाषा, विशेषता, महत्व, उद्देश्य, कार्य

अन्य लोगों से कार्य कराने की कला को प्रबंध कहा जाता है। यह निर्धारित उद्देश्यों को प्रभावी ढंग से एवं दक्षतापूर्ण प्राप्त करने के लिए किये गए कार्यों की प्रक्रिया है। अत: प्रबंध को प्रभावशीलता एवं कार्यक्षमता से लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु कार्य कराने की प्रक्रिया के रूप में परिभाषित किया जा सकता है।  प्रबंध की विशेषताएं …

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राजकोषीय नीति का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, उपकरण, सीमाएँ

राजकोषीय नीति वह नीति हैं जिसमें सरकार अपने आय, व्यय, और ऋण व्यवस्था का उपयोग आर्थिक विकास, आर्थिक समानता, तथा पूर्ण रोजगार प्राप्त करने के लिए करती हैं। राजकोषीय नीति का अर्थ राजकोषीय नीति सरकार की आय, व्यय तथा ऋण से सम्बन्धित नीतियों से लगाया जाता है। अर्थव्यवस्था में सर्वोच्च उद्देश्यों की प्राप्ति के लिए राजकोषीय …

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मौद्रिक नीति का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य एवं उपकरण – Monetary policy in hindi

मौद्रिक नीति (Monetary policy) सरकार एवं केन्द्रीय बैंक द्वारा सोच समझकर उपयोग में लायी गई मुद्रा की पूर्ति में वृद्धि या कमी लाने की शक्ति है। यह शक्ति सरकार की आर्थिक नीति के उद्देश्यों की विस्तृत रूपरेखा को ध्यान में रखकर निवेश, आय व रोजगार को प्रभावित करने और कीमतों में स्थिरता लाने के लिये प्रयोग …

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औद्योगिक नीति का अर्थ, महत्व एवं औद्योगिक नीति का विकास

औद्योगिक नीति से तात्पर्य देश के औद्योगीकरण हेतु प्रस्तुत की गयी स्पष्ट तथा सुव्यवस्थित व्यूह रचना से हैं जो देश के भावी औद्योगिक विकास के स्वरूप की रूपरेखा प्रस्तुत करता हैं तथा उस स्वरूप की स्थापना करने के लिए आवश्यक दिशा निर्देश भी प्रस्तुत किये जाते हैं। औद्योगिक नीति के मुख्यताः दो भाग होते हैं प्रथम …

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आर्थिक नियोजन का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य और आवश्यकता

आर्थिक नियोजन का अर्थ एक संगठित आर्थिक प्रयास से है जिसमें एक निश्चित अवधि में सुनिश्चित एवं सुपरिभाषित सामाजिक एवं आर्थिक लक्ष्यों की प्राप्ति के लिए आर्थिक साधनों का विवेकपूर्ण ढंग से समन्वय एवं नियंत्रण किया जाता है।  आर्थिक नियोजन की परिभाषा आर्थिक नियोजन की परिभाषा आर्थिक नियोजन की विद्वानों द्वारा परिभाषाएँ दी गई हैं- डॉ0 …

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श्रम विधान का अर्थ, उद्देश्य, महत्त्वपूर्ण सिद्धांत

श्रम विधान सामाजिक विधान का ही एक अंग है। श्रमिक समाज के विशिष्ट समूह होते हैं। इस कारण श्रमिकों के लिये बनाये गये विधान सामाजिक विधान की एक अलग श्रेणी में आते हैं।  औद्योगिक के प्रसार, मजदूरी अर्जकों के स्थायी वर्ग में वृद्धि, विभिन्न देशों के आर्थिक एवं सामाजिक जीवन में श्रमिकों के बढ़ते हुये महत्व …

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