अभिरुचि का अर्थ, परिभाषा, प्रकार एवं स्रोत

अभिरुचि का अर्थ अभिरुचि शब्द का प्रयोग संकुचित अर्थों में किया जाता हे। लोग रुचिकर को मनोरंजक का पर्याय समझ लेते हैं यह ठीक हे कि जिस वस्तु में हमारी अभिरुचि हे, वह हमें अच्छी लगती है किन्तु यह आवश्यक नहीं हे कि जिस वस्तु में हम अभिरुचि ले रहे है वह हमारे लिए मनोरंजक भी …

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संवेदना का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ

संवेदना किसी के प्रति विशेष सहानुभूति को संवेदना कहा जाता है। शब्द संरचना के आधार पर हिंदी में ‘सम्’-’वेदना’ के आधार पर इस शब्द की व्युत्पत्ति को देख सकते हैं। ‘वेदना’ शब्द में ‘सम्’ उपसर्ग लगाने से संवेदना शब्द की संरचना हुई है, यथा-सम्+विद्+युच (प्रत्यय) डॉरामचंद्र वर्मा के अनुसार किसी के शोक, दु:ख, कष्ट या हानि …

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विशिष्ट बालक का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

विशिष्ट बालक का अर्थ विशिष्ट शब्द असाधारण को सूचित करता है अर्थात् वे बालक जो किसी रूप में साधारण बालकों में असाधारण है। विशिष्ट बालक अपने विशेष लक्षणों के कारण ही सामान्य बालकों से भिन्न दिखाई देता है तथा दूसरों का ध्यान अपनी ओर आकर्षित करता है। विद्यालय के नियमित सामान्य कार्यक्रमों से वे समुचित लाभ …

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शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ एवं परिभाषा, उद्देश्य, विषय क्षेत्र

शिक्षा मनोविज्ञान, मनोविज्ञान की एक अत्यंत महत्वपूर्ण शाखा है। शिक्षा मनोविज्ञान दो शब्दों के संयोग से बना है- शिक्षा तथा मनोविज्ञान। अत: शिक्षा मनोविज्ञान शब्द का शाब्दिक अर्थ है शिक्षा से सम्बन्धित मनोविज्ञान। शिक्षा का सम्बन्ध मानव व्यवहार के परिमार्जन से होता है, जबकि मनोविज्ञान का सम्बन्ध व्यवहार के अध्ययन से होता है। मानव व्यवहार के …

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मानसिक मंदता के कौन से कारण अथवा कारक जिम्मेदार हैं

मानसिक मंदता का संबंध वर्तमान क्रियाव्यवहार में पर्याप्त कमी से होती हैं इसमें सार्थक रूप से निम्न औसत बौद्धिक क्रिया होती है तथा निम्नांकित उपयुक्त समायोजी कौशल क्षेत्रों में दो या दो से अधिक में संबंधित कमियॉं साथ-साथ होती हैं – संचार, स्वयं की देखभाल, घरेलू जीवन, सामाजिक कुशलता, सामुदायिक उपयोगिता, दिषा-बोध, स्वास्थ्य, सुरक्षा, कार्यात्मक शिक्षा, …

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मनोवैज्ञानिक परीक्षणों की प्रमुख विशेषताएं अथवा एक अच्छे वैज्ञानिक परीक्षण में विशेषताएं होती है?

यदि सामान्य बोलचाल की भाषा में प्रश्न का उत्तर दिया जाये तो कहा जा सकता है कि मनोवैज्ञानिक परीक्षण व्यावहारिक रूप से किसी व्यक्ति का अध्ययन करने की एक ऐसी व्यवस्थित विधि है, जिसके माध्यम से किसी प्राणी को समझा जा सकता है, उसके बारे में निर्णय लिया जा सकता है, उसके बारे में निर्णय लिया …

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शैक्षिक नेतृत्व का अर्थ, आवश्यकता, महत्व एवं कार्य क्षेत्र

वर्तमान युग में शिक्षा का क्षेत्र अत्यन्त व्यापक होता जा रहा है। शिक्षा मन्त्रालय, शिक्षा विभाग तथा शिक्षालयों में सभी प्रकार के व्यक्तियों को कार्य करना पड़ता है। इनमें से कुछ व्यक्ति प्रशासक के रूप में अपने कार्य का निर्वाह करते हैं तथा अन्य व्यक्तियों से आशा की जाती हैं कि वे प्रशासक के आदेशानुसार कार्य …

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सृजनात्मकता : अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं/तत्व/सिद्धांत

सृजनात्मकता का सामान्य अर्थ है सृजन अथवा रचना करने की योग्यता। मनोविज्ञान में सृजनात्मकता से तात्पर्य मनुष्य के उस गुण, योग्यता अथवा शक्ति से होता है जिसके द्वारा वह कुछ नया सृजन करता है। जेम्स ड्रेवर के अनुसार-’’सृजनात्मकता नवीन रचना अथवा उत्पादन में अनिवार्य रूप से पाई जाती है।’’ क्रो व क्रो के अनुसार-’’सृजनात्मकता मौलिक परिणामों …

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संवेग का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ, किशोर में पाये जाने वाले संवेगात्मक व्यवहार

संवेग क्या है? आम लोगों के लिए इसे परिभाषित करना बहुत सरल है। प्रसन्नता, खुशी, क्रोध, उदासी, ईर्ष्या, प्रेम आदि अनुभव किए जाने वाले सामान्य संवेग हैं। उदाहरण स्वरूप हम अच्छा खाना खाते हैं और संतुष्ट महसूस करते हैं। हम अच्छी फिल्म दखते हैं और प्रसन्न महसूस करते हैं। हम प्रियजनों के साथ समय बिताते हैं …

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समाज कार्य का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं उद्देश्य

समाज कार्य एक सहायातामूलक कार्य है जो वैज्ञानिक ज्ञान, प्राविधिक निपुणताओं तथा मानवदर्शन का प्रयोग करते हुए व्यक्तियों की एक व्यक्ति, समूह के सदस्य अथवा समुदाय के निवासी के रूप में उनकी मनो-सामाजिक समस्याओं का अध्ययन एवं निदान करने के पश्चात् परामर्श, पर्यावरण में परिवर्तन तथा आवश्यक सेवाओं के माध्यम से सहायता प्रदान करता है ताकि …

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