राजनीति का अर्थ एवं परिभाषा – Meaning & definition of politics

राजनीति वर्तमान जीवन के महत्त्वपूर्ण कारकों में से एक हैं। ‘राजनीति’ से अभिप्राय उस नीति से है, जिसके माध्यम से किसी राज्य की शासन व्यवस्था को चलाया जाता है । राजनीति किसी भी देश के वर्तमान और भविष्य के नियामक और निर्णायक तत्त्वों में से एक है। राजनीति के माध्यम से ही प्रत्येक राष्ट्र सम्पूर्ण आवश्यकताओं …

Read more

बाल श्रम का अर्थ, परिभाषा और भारत में बाल श्रम से सम्बन्धित कानून

बाल श्रम का अर्थ 15 वर्ष की आयु सीमा से कम आयु वाले व्यक्ति जो की कम से कम आयु निर्धारित की गई है, बच्चे जो खेलने-कुदने और शिक्षित होने की उम्र में इसके अलावा पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कम से कम वेतन में अधिक से अधिक कार्य करते है बालश्रमिक कहलाते है। बाल श्रम की …

Read more

समाजवादी पार्टी की स्थापना कब हुई थी?

समाजवादी पार्टी का गठन 4-5 नवम्बर 1992 ई0 को लखनऊ में आयोजित राष्ट्रीय स्थापना सम्मेलन में हुआ। इस सम्मलेन में सर्वसम्मति से मुलायम सिंह यादव को राष्ट्रीय अध्यक्ष चुना गया तथा उन्हें पार्टी के गठन के लिए अधिकृत किया गया। समाजवादी पार्टी की स्थापना के समय से ही कुछ लोग प्रयासरत थे कि समाजवादी पार्टी न …

Read more

ई-गवर्नेंस के उद्देश्य और उपयोगिता

सरकारी सेवाएं प्रदान करने के लिए सूचना तथा संचार प्रौद्योगिकी का उपयोग करना इलेक्ट्रॉनिक शासन या E-Governance कहलाता है। सूचना प्रौद्योगिकी के प्रयोग से सरकार को जनता एवं अन्य अभिकरणों को सूचनाओं के प्रसार हेतु प्रक्रिया को दक्ष, त्वरित एवं पारदर्शी बनाने तथा प्रशासनिक गतिविधियों के निष्पादन में सुविधा रहती है। एक तरह से सरकार की …

Read more

बहुजन समाज पार्टी का गठन कब हुआ इसके उद्देश्य क्या है ?

कांशीराम ने डॉ0 भीम राव अम्बेडकर की जयन्ती पर 14 अप्रैल 1984 को बहुजन समाज पार्टी स्थापना की। बहुजन समाज जिसमें दलित, आदिवासी, पिछड़ी जातियाँ धार्मिक अल्पसंख्यक शामिल हैं जिनके द्वारा राजनीतिक सत्ता पाने का प्रयास और उनका प्रतिनिधित्व करने का दावा। पार्टी, साहू, महाराज, महात्मा फुल्ले, पेरियार रामास्वामी नायकर और बाबा साहब अंबेडकर के विचारों …

Read more

भारतीय जनता पार्टी की स्थापना कब और किसने की?

भारतीय जनता पार्टी की स्थापना लालकृष्ण आडवाणी द्वारा 6 अप्रैल 1980 को दिल्ली में जनता पार्टी के ऐसे सदस्यों का एक सम्मेलन बुलाया गया जो दोहरी नागरिकता के प्रश्न को एक सही मुद्दा नहीं मानते थे। सम्मेलन में शामिल लगभग 4000 प्रतिनिधियों ने जनसंघ के पुनरूत्थान के स्थान पर एक नये राजनीतिक दल भारतीय जनता पार्टी …

Read more

स्वाधीनता का अर्थ, परिभाषा एवं अवधारणा

स्वाधीनता का अर्थ स्वाधीन का अर्थ- ‘स्वतंत्र, किसी का नियंत्रण न मानने वाला, अपनी इच्छानुसार चलने वाला’ होता है। ‘स्व के अधीन होना ही स्वाधीनता है।’  स्वाधीनता शब्द के लिए हिन्दी में स्वतंत्रता, अपराधीनता, मुक्ति आदि अर्थ दिये हैं। अंग्रेजी में से इसके लिए दो शब्द के प्रयोग मिलते हैं, लिबर्टी तथा फ्रीडम (Freedom)। यद्यपि दोनों …

Read more

वर्तमान में भारत की प्रमुख समस्याएं क्या है?

किसी भी राष्ट्र में मनुष्य के जीवन की महत्त्वपूर्ण धूरी ‘अर्थ’ होती है। अर्थ के माध्यम से ही मनुष्य अपनी सम्पूर्ण आवश्यकताओं की पूर्ति करता है। मनुष्य के समस्त क्रिया-कलापों को अर्थ के माध्यम से ही पूरा किया जा सकता है। अर्थ ही राष्ट्र के विकास का निर्धारण करता है। यदि राष्ट्र में अर्थ की समस्या …

Read more

लोकतंत्र का अर्थ, परिभाषा, प्रकार

लोकतंत्र का अर्थ है- ऐसी सरकार जो जनमत पर आधारित होती है और इसके प्रति उत्तरदायी होती है। दूसरे शब्दों में, लोकतंत्र का अर्थ है- ऐसी व्यवस्था जिसमें लोगों की शक्ति सर्वाेच्च होती है। वह सरकार के निर्धारक होते है। बहुमत का शासन होता है। लोकतंत्र का अर्थ लोकतंत्र पद ग्रीक शब्द “डेमोस” और “क्रेटोस” से …

Read more

सरकार द्वारा महिला सशक्तिकरण के क्षेत्र में उठाए कदम

सशक्तिकरण वह शस्त्र है जो न सिर्फ महिलाओं के अधिकारों दिलाने के लिए आवाज देता हैं बल्कि समाज के प्रत्येक मानव को अपने अधिकारों के प्रति जागृत करता है। वही महिला सशक्तिकरण का सीधा सा अभिप्राय है कि महिलाओं को अधिक शक्ति सम्पन्न बनाना है। ताकि उनकी सुप्त चेतना, क्षमता व योग्यताओं का विकास संभव हो …

Read more