भारत में रेल का प्रारंभ कब से हुआ || भारत में रेल सेवा किसने और कब शुरू की

सर्वप्रथम 16वीं सदी में यूरोप में कोयला एवं अन्य खनिज पदार्थों को ढोने के लिए ‘ट्राम वे की शुरूआत की गई थी। विश्व में यह रेल परिवहन का पहला सबूत है। ट्राम या ट्राली कार जिसे रेल वाहन के नाम से जाना जाता है। वर्तमान समय में भी इस ट्राम वे को चलाया जाता है। ट्राम …

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बाल श्रम का अर्थ, परिभाषा और भारत में बाल श्रम से सम्बन्धित कानून

बाल श्रम का अर्थ 15 वर्ष की आयु सीमा से कम आयु वाले व्यक्ति जो की कम से कम आयु निर्धारित की गई है, बच्चे जो खेलने-कुदने और शिक्षित होने की उम्र में इसके अलावा पारिवारिक परिस्थितियों के कारण कम से कम वेतन में अधिक से अधिक कार्य करते है बालश्रमिक कहलाते है। बाल श्रम की …

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भारत में शिक्षा के स्तर और प्रकार

शिक्षा शब्द संस्कृत के शिक्ष् धातु में अ प्रत्यय लगने से बना हैं। जिसका अर्थ होता हैं- सीखना या सिखाना। जो भी कार्य व्यक्ति को नवीन अनुभव एवं नवीन ज्ञान प्रदान करता हैं वह शिक्षा हैं।  शिक्षा को केवल विद्यालय में ही प्राप्त नहीं किया जा सकता अपितु शिक्षा हर एक वो इंसान जो हमें नवीन …

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ज्योतिबा फुले के विचार (राजनीतिक विचार, धार्मिक विचार, शिक्षा सम्बन्धी विचार)

ज्योतिबा फुले  ज्योतिबा फुले का जन्म 11 अप्रैल 1827 को महाराष्ट्र के सातारा जिले में माली जाति के एक परिवार में हुआ था। वे एक महान विचारक, कार्यकर्ता, समाज सुधारक, लेखक, दार्शिनक, संपादक और क्रांतिकारी थे। उन्होंने जीवन भर निम्न जाति, महिलाओं और दलितों के उद्धार के लिए कार्य किया। इस कार्य में उनकी धर्मपत्नी सावित्रीबाई …

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बौद्ध धर्म के त्रिपिटक कौन कौन से है और उनके क्या नाम हैं?

पश्चिमी पुस्तकालय में त्रिपिटक पुस्तकें बुद्ध अपने उपदेश मौखिक रूप में ही करते थे। उनके निर्वाण के 100 वर्ष बाद इन उपदेशों को विस्मृति के गर्भ से बचाने हेतु उनके पट्ट शिष्य आनंद के सहयोग से ‘सुत्त पिटक’ तथा उपालि के सहयोग से ‘विनय पिटक’ का संकलन किया गया। आगे चलकर सुत्त पिटक के दार्शनिक अंशों की …

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भिलाला जनजाति की उत्पत्ति एवं इतिहास

भिलाला जनजाति अपने आपको स्वतंत्र जनजातीय समूह के रूप में स्वीकार करती है। अनेक विद्वान एवं अध्येता भिलाला समूह को भील जनजाति का उपसमूह मानते हैं। रसेल एवं हीरालाल 1916 के अनुसार, भील एवं राजपूतों के मिश्रण से भिलाला जनजाति का उदय हुआ है। उत्पत्ति एवं इतिहास भिलाला जनजाति के उद्भव के पीछे कोई कथानक या …

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हरिवंश राय बच्चन: जीवन परिचय, प्रमुख रचनाएँ, साहित्यिक विशेषताएं

हरिवंश राय बच्चन उत्तर छायावाद काल के प्रमुख कवि रहे हैं। वे अपनी काव्य-यात्रा के प्रारम्भिक दौर में मध्ययुगीन फ़ारसी कवि उमर खय्याम के जीवन-दर्शन से बहुत प्रभावित रहे। उमर खय्याम की रुबाइयों से प्रेरित उनकी प्रसिद्ध कृति मधुशाला को कवि-मंच पर जबरदस्त लोकप्रियता मिली। कवि की विलक्षण प्रतिभा इश्क, मोहब्बत, पीड़ा जैसी रूमानियत से भरी …

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वारकरी संप्रदाय क्या है ? वारकरी संप्रदाय के संत कौन थे?

वारकरी हिन्दु धर्म की अध्यात्मिक परंपरा है, महाराष्ट्र और उत्तरी कर्नाटक जैसी भारतीय राज्यों से जुड़ा हुआ है। भगवान श्री विट्ठल के भक्त को वारकरी कहते है तथा इस संप्रदाय को वारकरी सम्प्रदाय कहा जाता है।  ‘वारकरी’ शब्द में ‘वारी’ शब्द अंतर्भूत है। वारी का अर्थ है यात्रा करना, फेरे लगाना। जो अपने आस्था स्थान की …

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महालवाड़ी व्यवस्था क्या थी इसके परिणाम या प्रभाव

महालवाड़ी व्यवस्था क्या है ? महालवाड़ी व्यवस्था के अंतर्गत भू-राजस्व प्रति खेत के स्थान पर प्रतिग्राम या जागीर के आधार पर निर्धारित किया गया। इसमें गाँव का मुखिया भू-पति गाँव के सभी कृषकों से भू-राजस्व की रकम वसूलकर कोष में जमा कराता था। समस्त महाल या ग्राम सम्मिलित रूप से राजस्व जमा कराने हेतु उत्तरदायी थे। …

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भारतीय संस्कृति की विशेषताएं और व्याख्या

संस्कृति एक पारिभाषिक शब्द है इसकी शब्दगत व्युत्पत्ति है सम्+कृ+क्तित्र संस्कृति। अर्थात् कृ धातु से क्तिन प्रत्यय और सम् उपसर्ग लगाने से ‘संस्कृति‘ शब्द बनता है, जिसका अर्थ होता है- परिमार्जन अथवा परिष्कार। भारतवर्ष प्राचीन देश है। अपनी भौगोलिक स्थिति और सांस्कृतिक इकाई के रूप में भारतीय संस्कृति का समस्त मानवीय उपलब्धियों के अध्ययन में प्रमुख …

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