व्याकरण का अर्थ, परिभाषा, महत्व और विशेषताएँ

व्याकरण वह शास्त्र है जो भाषा से संबंधित नियमों का ज्ञान करता है। किसी भी भाषा की संरचना का सिद्धांत अथवा नियम ही उसका व्याकरण है। यदि नियमों द्वारा भाषा को स्थित न रखा जाए तो उसकी उपादेयता, महत्ता तथा स्वरूप ही नष्ट हो जायेगा। अत: भाषा के शीघ्र परिवर्तन को रोकने के लिए ही व्याकरण …

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भाषा कौशल का अर्थ एवं विशेषताएँ

भाषा कौशल भाषा का व्यावहारिक पक्ष है। तथ्यों, भावों, विचारो तथा कौशल में शारीरिक अंगो, ज्ञान-इन्द्रियों, कर्म-इन्द्रियो को क्रियाशील रहना पडता है। भाषा कौशल मुख माध्यम का कार्य करती है। भाषा कौशल के मुख के अंगो को अधिक क्रियाशील होना पड़ता है। शारीरिक अंगो के साथ ज्ञान-इन्द्रियॉं तथा कर्म-इन्द्रियॉं भी सक्रिय रहती है। इस प्रकार भाषा …

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कविता का अर्थ, परिभाषा

कवि या रचनाकार जिस मंजिल से गुजरता है अर्थात् जो वह जीवन में भोगता है उसे वर्णित करता जाता है, वही कविता है ।  कविता की परिभाषा महावीरप्रसाद द्विवेदी के अनुसार :– “कविता का विषय मनोरंजन एवं उपदेश जनक होना चाहिए।” डॉ. नगेन्द्र के अनुसार – “छंदमयी की कविताओं का विषय वैयक्तिक जीवन की राग-विरागमयी, अनुभूतियों …

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विराम चिन्ह किसे कहते है विराम चिन्ह कितने प्रकार के होते है?

किसी भी बात को लिखते वक्त विराम चिन्ह का बहुत ही महत्वपूर्ण भूमिका है। विराम चिन्हों के माध्यम से वाक्य के प्रकार व ठहराव की जानकारी मिलती है। किसी के द्वारा कही गयी बात को सिर्फ लिख देने से यह पता नहीं चलता कि वह बात किस अंदाज में बोली गयी। विराम चिन्हों के माध्यम से …

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निबंध का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, अंग, विशेषताएं

निबंध शब्द का साधारण शब्दों में अर्थ है- ‘‘बन्धन में बँधी हुई वस्तु।’’ ‘निबंध’ शब्द से निगूढ बन्धन का बोध होता है। यह मूलत: संस्कृत का शब्द है, जो कि हिन्दी में लिया गया है। निबन्ध एक ऐसी रचना है, जिसने विषय विशेष पर व्यक्ति अपने विचार सुनियोजित विधि से लिखित रूप में अभिव्यक्ति करता है। …

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भाषा किसे कहते हैं भाषा के संबंध में कुछ प्रमुख विद्वानों ने परिभाषाएं दी हैं, वे इस प्रकार हैं

मानव जिसकी सहायता से अपने भावों एवं विचारों को व्यक्त करता है, वही भाषा है। अपनी भावनाओं को व्यक्त करने के लिए व्यक्ति जिन व्यक्त ध्वनि संकेतों को नित्य व्यवहार के लिए स्वीकार करता है, उसको भाषा कहते हैं भाषा विचारों को व्यक्त करने वाली ध्वनियों और वाक्यों का एक समूह होता है। सामान्य रूप से …

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निबंध का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, विशेषताएं एवं अंग

निबंध का अर्थ निबंध शब्द ‘नि+बंध’ से बना है, जिसका अर्थ है अच्छी तरह से बँधा हुआ। इनकी भाषा विषय के अनुकूल होती है। निबंध की शक्ति है अच्छी भाषा। भाषा के अच्छे प्रयोग द्वारा ही भावों विचारों और अनुभवों को प्रभावशाली दंग से व्यक्त किया जा सकता है। निबंध की परिभाषा बाबू गुलाबराय ने निबंध …

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बोलचाल की भाषा क्या है ?

बोलचाल की भाषा का सामान्य परिचय  आमतौर से सामान्य भाषा के अन्तर्गत भाषा के कई रूप उभर कर आते हैं। डॉ. भोलानाथ के अनुसार, ये रूप प्रमुखत: चार आधारों पर आधारित हैं- इतिहास, भूगोल, प्रयोग और निर्माता। इनमें प्रयोग क्षेत्र सबसे विस्तृत है। जब कई व्यक्ति-बोलियों में पारम्पारिक सम्पर्क होता है, तब बोलचाल की भाषा का प्रसार होता …

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Rajbhasha Niyam 1976/ राजभाषा नियम 1976 क्या है

राजभाषा नियम, 1976 सा. का. नि. 1052 केन्द्रीय सरकार -राजभाषा अधिनियम, 1963(1963 का 19) की धारा 3 की उपधारा (4) के साथ पठित धारा 8 द्वारा प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए, केन्द्रीय सरकार निम्नलिखित नियम बनाती है इन नियमों का संक्षिप्त नाम राजभाषा (संघ के शासकीय प्रयोजनों के लिए प्रयोग) नियम, 1976 है। इनका विस्तार, …

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राजभाषा हिंदी संबंधी समितियां

राजभाषा हिंदी संबंधी समितियां हिन्दी सलाहकार समितियाँ  संसदीय राजभाषा समिति  केन्द्रीय राजभाषा  नगर राजभाषा  राजभाषा कार्यान्वयन समितियाँ 1. हिन्दी सलाहकार समितियाँ – भारत सरकार की राजभाषा नीति के सूचारू रूप से कार्यान्वयन के बारे में सलाह देने के उद्देश्य से विभिन्न मंत्रालयों/विभागों में हिन्दी सलाहकार समितियों की व्यवस्था की गई। इस समितियों के अध्यक्ष सम्बन्धित मंत्री होते …

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