पर्यावरण शिक्षा का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, प्रकृति, महत्व

पर्यावरण शिक्षा उस विशिष्ट शिक्षा को कहते है जो जन-समुदाय को पर्यावरण जानकारियों से परिचित कराकर पर्यावरण बोध को पुष्ट करती है, पर्यावरण कठिनाइयों के कारण और निवारण का मार्ग ढूँढती है तथा भविष्य की कठिनाइयों से आगाह कर जीवन को निरापद बनाने का मार्ग प्रशस्त करती है। पर्यावरणीय शिक्षा मानव की पर्यावरण जन्य चेतना को …

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जल संरक्षण के उपाय एवं प्रकार – Water conservation measures and types

जीवन के लिए वायु के बाद सबसे जरूरी तत्व जल है। जल ही जीवन है। पृथ्वी पर कुल जल क्षेत्र 1460 मिलियन घन किमी. है। लेकिन यह उपलब्ध जल पूरी तरह से उपयोग के लिए उपयुक्त नहीं है। इस जल का बहुत मामूली अंष ही मनुष्य के पीने और अन्य के उपयोग में लाने हेतु उपयुक्त …

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पानीपत का प्रथम युद्ध के परिणाम, बाबर के विजय के कारण

पानीपत का प्रथम युद्ध बाबर और इब्राहीम लोदी के बीच 21 अप्रैल, 1526 ई. को हुआ था। यह युद्ध भारत में संप्रभुता की स्थापना करने के लिए मुगल-अफगान संघर्ष था, जो 1556 ई. तक चलता रहा। भारत वर्ष पर मुगलों का यह प्रथम आक्रमण नहीं था। सुल्तान इल्तुतमिश के शासन-काल में बाबर के पूर्वज चंगेज खां …

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हिमनद के प्रकार और उनकी विशेषताएं

हिम रेखा से ऊपर स्थित एक विशाल बर्फ संहति (Mass of Ice) को हिमनद कहते हैं जो गुरुत्वाकर्षण के कारण गतिशील रहती है। ये उच्च अक्षांशों या उच्च पर्वतीय भागों में स्थित हिमक्षेत्र में गतिशील रहते हैं। हिमनद हिमरेखा के ऊपर बर्फ के संचयन तथा संहनन (Accumulation and Compaction) से बनते हैं। सम्पूर्ण पृथ्वी पर सभी …

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जल संसाधन का महत्व एवं जल संसाधन के क्या उपयोग है?

जल एक प्राकृतिक संसाधन है, जिसको एक बार उपयोग के बाद पुन: शोधन कर उपयोग योग्य बनाया जा सकता है। जल ही ऐसा संसाधन है जिसकी हमें नियमित आपूर्ति आवश्यक है जो हम नदियों, झीलों, तालाबों, भू-जल, महासागर तथा अन्य पारस्परिक जल संग्रह क्षेत्रों से प्राप्त करते है। विश्व का 70.87 प्रतिशत भाग जलीय है जबकि …

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नेपाल की प्रमुख नदियाँ, भाषा, जातियां, इतिहास

नेपाल (Nepal) मुख्यत: हिमालय की पर्वत श्रृंखलाओं के मध्य बसा एक पर्वतीय देश है, जो भारत से पूरी तरह से घिरा हुआ है। इसकी सीमाओं में अगर मानचित्र के आधार पर देखा जाए तो उत्तर में चीन का तिब्बत क्षेत्र तथा दक्षिण, पूर्व एवं पश्चिम में भारत की सीमाएं आती हैं। नेपाल का सम्पूर्ण क्षेत्रफल लगभग …

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पर्यावरण प्रदूषण का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, प्रदूषण नियंत्रण के उपाय

पर्यावरण प्रदूषण एक ऐसी सामयिक समस्या है जिससे मानव सहित समस्त जैव जगत के लिए जीवन की कठिनाइयाँ बढ़ती जा रही है। पर्यावरण के तत्व यथा वायु, जल, मृदा, वनस्पति आदि के नैसर्गिक गुण हृासमान होते जा रहे है जिससे प्रकृति और जीवों का आपसी सम्बन्ध बिगड़ता जा रहा है। वैसे प्रदूषण की घटना प्राचीनकाल में भी …

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प्राकृतिक संसाधन किसे कहते हैं ? इसके प्रकारों का वर्णन कीजिए।

प्राकृतिक संसाधनों का तात्पर्य उन से है जो मानव को प्रकृति द्वारा बिना कोई मूल्य चुकाए प्रदान किये जाते हैं । प्राकृतिक संसाधन में भूमि, मिट्टी, जल, वन, खनिज, समुद्री साधन, जलवायु, वर्षा समावेश किया जाता है प्राकृतिक संसाधन कहते हैं। इन संसाधनों को मनुष्य अपने प्रयत्नों से उत्पन्न नहीं कर सकता। अन्य शब्दों में, प्राकृतिक …

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विकसित तथा अल्प विकसित देश में अंतर

मोटे तौर पर विश्व के देशों को दो भागों में बांटा जाता है – विकसित तथा अल्पविकसित अथवा धनी तथा निर्धन राष्ट्र। निर्धन देशों को कई नामों से पुकारा जाता है जैस निर्धन, पिछड़े, अल्प विकसित, अविकसित और विकासशील देश। वैसे तो यह सभी शब्द पर्यायवाची है परन्तु इनके प्रयोग में मतभेद रहा है।  उदाहरण के …

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राष्ट्रीय जल नीति क्या है?

जल राष्ट्रीय अमूल्य निधि है। सरकार द्वारा जल संसाधनों की योजना, विकास तथा प्रबंधन के लिए नीति बनाना आवश्यक है, जिससे पृष्ठीय जल और भूमिगत जल का न केवल सदुपयोग किया जा सके, अपितु भविष्य के लिए भी जल सुरक्षित रहे। वर्षा की प्रकृति ने भी इस ओर सोचने के लिए विवश किया है। इसी संदर्भ …

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