पर्यावरण किसे कहते हैं | पर्यावरण की परिभाषा

पर्यावरण से तात्पर्य हमारे चारों ओर के उस परिवेश एवं वातावरण से है जिससे हम घिरे हैं। सरल शब्दों में कहा जा सकता है कि जो कुछ जीव के चारों ओर उपस्थित होता है, वह उसका पर्यावरण होता है। पर्यावरण शब्द ‘परि’ एवं ‘आवरण’ से मिलकर बना है। परि का अर्थ चारों ओर व आवरण का …

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भूमंडलीकरण का अर्थ, परिभाषा, उद्देश्य, विशेषताएँ, लाभ

भूमंडलीकरण का अर्थ इस अंग्रेजी में Globalization कहते हैं। संसार के सभी देश एक दूसरे के विकास एवं समस्याओं के समाधान के लिए एक जुट रहते है। सार्क शिखर सम्मेलन UNESCO, UNICEF, WHO आदि संगठन वैश्वीकरण / भूमंडलीकरण के उदाहरण हैं। भूमण्डलीकरण /वैश्वीकरण की मनस्वी के अनुसार परिभाषा इस प्रकार है- उदारीकरण, आर्थिक विकास एवं निजीकरण …

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त्रिपुरा राज्य की सम्पूर्ण जानकारी | Information About Tripura

त्रिपुरा का इतिहास लम्बा और पुराना है। इसकी अपनी अनोखी जनजातीय संस्कृति तथा दिलचस्प लोकगाथाएँ है। इसके इतिहास को त्रिपुरा नरेश के बारे में ‘राजमाला’ गाथाओं तथा मुसलमान इतिहासकारों के वर्णनों से समझा जा सकता है। पौराणिक ग्रन्थों और महाभारत में भी त्रिपुरा का उल्लेख मिलता है।  राजमाला के अनुसार त्रिपुरा शासकों को ‘फा’ के उपनाम …

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अरुणाचल प्रदेश का इतिहास, भौगोलिक स्थिति, प्रमुख जनजाति, प्रमुख व्यवसाय

भारत के पूर्वोत्तर भाग में स्थित अरुणाचल प्रदेश एक पर्वतीय प्रदेश है। सम्पूर्ण प्रदेश पर्वत श्रेणियों, गहरी खाइयों, नदियों की घाटियों, हरे-भरे जंगलों तथा झरनों आदि से भरा पड़ा है। यद्यपि अरुणाचल प्रदेश का इतिहास सैकड़ों वर्ष पुराना है, परन्तु इस पर परम्परा और काल्पनिक कथाओं का कोहरा छाया हुआ है। सातवीं शताब्दी में कश्मीर के …

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कृषि को प्रभावित करने वाले कारक

कृषि कार्य को प्राकृतिक, सामाजिक, सांस्कृतिक एवं आर्थिक कारक प्रभावित करते हे। प्राकृतिक वातावरण कृषि का आधार होता है अत: यह प्रत्यक्ष रूप से कृषि क्रिया को प्रभावित करता हे।  कृषि को प्रभावित करने वाले भौतिक कारक इस सभी कारकों के प्रभाव स्वरूप ही कृषि में विशिष्टता आती हे। अत: कृषि को प्रभावित करने वाले कारकों …

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कृषि का उद्भव एवं विकास

मानवशास्त्री ने जीव व वनस्पति के साथ सहयोग कर विभिन्न कृषि विकास की दशाओं का पता लगाया है। प्रारंभिक में मानव का प्रयास सीमित रहा बाद में पशु आदि पर निर्भरता बनी रही धीरे – धीरे कुछ क्षेत्रों को साफ कर कुछ निश्चित फसलें का चयन कर विस्तृत क्षेत्रों को साफ कर खेती करना प्रारंभिक खेती …

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पलायन के मुख्य कारण और प्रकार

सामान्य शब्दों में पलायन अपने मूल निवास स्थान से किसी दूसरे स्थान पर जाकर रहने की प्रक्रिया हैं यह एक जटिल किन्तु आधारभूत सामाजिक प्रक्रिया हैं जिसकी स्पष्ट व्याख्या अत्यंत ही कठिन हैं पलायन एक बहुआयामी घटना है, जिसका प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष प्रभाव आर्थिक विकास, जनशक्ति, नियोजन, नगरीकरण और सामाजिक परिवर्तन पर पडता हैं इसका कारण …

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भारत में पाई जाने वाली मिट्टी कौन कौन सी है ?

मिट्टी सबसे प्रमुख प्राकृतिक संसाधन है। यह मिट्टी जैविक तथा अजैविक तत्वों का मिश्रण है जिसमें पैतृक चट्टानों, वनस्पतियों, जीवाश्मों, उर्वरक तत्वों, जल तथा उष्मा आदि अभिन्न रूप में मिले हुए होते हैं। मिट्टी में सर्वाधिक खनिज पदार्थों की मात्रा होती है।  किसी भी क्षेत्र की मिट्टी को निर्धारित करने वाले तत्वों में वहाँ की जलवायु, …

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बलवंत राय मेहता समिति क्या है – बलवंत राय मेहता समिति की प्रमुख सिफारिशें

जनवरी, 1957 ई. में बलवंत राय मेहता की अध्यक्षता में एक समिति का गठन किया गया जिसने सामुदायिक विकास कार्यक्रम और राष्ट्रीय विस्तार सेवा का व्यापक अध्ययन करने के बाद 24 नवम्बर, 1957 को अपनी रिपोर्ट सरकार के सम्मुख प्रस्तुत की। इस समिति को गठित करने का मुख्य उद्देश्य यह पता लगाना था कि जनता में …

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कृषि उत्पादकता को प्रभावित करने वाले कारक कौन से हैं?

कृषि उत्पादकता से तात्पर्य किसी क्षेत्र विशेष में प्रति हेक्टेयर उत्पादन से है। कृषि उत्पादकता में मिट्टी, जलवायु, कृषि तकनीक, पूंजी एवं उर्वरकों का विशेष महत्व होता है। कुछ क्षेत्रों में अधिक उर्वरकों के प्रयोग से भी अनूकूल उत्पादन नहीं प्राप्त हो पाता है। यहाँ मिट्टी की जाँच आवश्यक होती है जिससे मृदा में जिस अनुपात …

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