औद्योगिक संप्रेषण क्या है ?

औद्योगिक संप्रेषण किसी औद्योगिक इकाई में विभिन्न स्तरों पर कार्यरत मानव संसाधनों के मध्य औद्योगिक मुद्दों अथवा उत्पादन एवं आपूर्ति प्रणाली से सम्बन्धित सभी मामलों पर यथा जरूरत विचारों, सूचनाओं एवं निर्देशों का आदान-प्रदान है। औद्योगिक संप्रेषण का महत्व  आधुनिक युग में मानव सभ्यता का विकास ही संप्रेषण प्रणाली के अभाव में अवरूद्ध हो जाएगा। प्रत्येक …

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संप्रेषण का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ, मॉडल एवं प्रक्रिया

संप्रेषण (Communication) से तात्पर्य है-भाव, विचार, सूचना, संदेश आदि को एक इकाई से दूसरी इकाई तक पहुँचाना और प्रतिक्रिया प्राप्त करना। यह भी पढ़ें: संप्रेषण किसे कहते हैं | संप्रेषण के प्रकार संप्रेषण का अर्थ संप्रेषण के लिए अंग्रेजी भाषा में ‘Communication’ शब्द का प्रयोग किया जाता है जिसकी उत्पत्ति लेटिन भाषा के ‘Communis’ शब्द से हुई …

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संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा क्या है संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा की आवश्यकता ?

संज्ञानात्मक व्यवहार चिकित्सा पद्धति एक अल्पावधि, लक्ष्य निर्धारित, मनोचिकित्सकीय उपचार है जो प्रयोगात्मक रूप से समस्या का समाधान करती है। इस पद्धति में लोगों की कठिनाइयों का कारण जानकर उनकी सोच, भावनाओं तथा संवेगों में परिवर्तन लाया जाता है यह व्यक्ति के जीवन की विभिन्न कठिन स्थितियों जैसे नींद न आना, संबंधों में कड़वाहट, नशे या …

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परामर्श सेवाएं : वैयक्तिक परामर्श, समूह परामर्श, वृत्तिक परामर्श

वैयक्तिक परामर्श आमतौर पर परामर्श व्यक्तिगत रूप से ही सम्पन्न होता है। परामर्श किसी भी प्रकार की आवश्यकता पर व्यक्तिगत रूप में ही दिया जाता है। व्यक्तिगत परामर्श में व्यक्ति की समंजन क्षमता बढ़ाने उसकी निजी समस्याओं का हल ढूढ़ने तथा आत्मबोध की क्षमता उत्पन्न हेतु दी जाने वाली सहायता होती है। यह कहना सर्वथा गलत …

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समूह परामर्श तथा समूह निर्देशन का महत्व

समस्याओं का उत्पन्न होना व्यक्ति के लिए कोई नयी बात नहीं है। व्यक्ति के सम्मुख समस्याएं आती रहती हैं। समस्याओं की गम्भीरता और स्वरूप में अन्तर हो सकता है। लेकिन कोई भी व्यक्ति समस्या समाधान की प्रक्रिया के उपरान्त ही आगे बढ़ पाता है। इन समस्याओं के समाधान सहायता प्रदान करने की दिशा में निर्देशन प्रक्रिया …

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व्यक्तिगत परामर्श क्या है इसकी क्या आवश्यकता है ?

व्यक्तिगत परामर्श, परामर्श की एक प्रविधि है जिसमें व्यक्ति विशेष को उसकी समस्याओं या भावनाओं को बहुत निकटता से सुना व समझा जाता है। व्यक्तिगत परामर्श का मानव जीवन में अधिक महत्व है। शिक्षा के उपरान्त व्यक्तिगत परामर्श ही ऐसी प्रक्रिया है जो व्यक्ति के विकास एवं प्रगति हेतु सर्वाधिक सहायक होती है। इसमें सन्देह नहीं …

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निदेशात्मक परामर्श की विशेषताएं, लाभ, सोपान

निदेशात्मक परामर्श विधि में परामर्शदाता की अहम भूमिका होती है, तथा प्रार्थी गौण रूप से इसमें सम्मिलित होता है। परामर्शदाता अपने विभिन्न अनुभवों तथा कौशलों की सहायता से प्रार्थी की समस्याओं को सुलझाने का प्रयास करता है। नेडरिक थार्न के अनुसार, परामर्शदाता की यह प्रयास प्रार्थी के व्यक्तिगत विभवों के व्युत्व्मानुपाती होता है। परामर्शदाता इस विधि …

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परामर्श के सिद्धांत, प्रक्रिया और घटक

परामर्श अथवा उपबोधन की प्रक्रिया एक विशिष्ट प्रक्रिया है और इस प्रक्रिया को सम्पन्न करने से पूर्व इसकी प्रक्रिया के प्रमुख अंगों का ज्ञान प्राप्त करना नितान्त आवश्यक है। कोई भी प्रक्रिया किसी न किसी दिशा में एक अथवा अनेक उद्धेश्यों को प्राप्त करने के लिये ही सम्पन्न की जाती है। अत: लक्ष्य अथवा उद्धेश्य किसी …

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परामर्श का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं, आवश्यकता एवं लक्ष्य

परामर्श एक प्राचीन शब्द है और शब्द को परिभाषित करने के प्रयास प्रारम्भ से ही किए गए हैं। वैबस्टर शब्दकोष के अनुसार-’’परामर्श का आशय पूछताछ, पारस्परिक तर्क वितर्क अथवा विचारों का पारस्परिक विनिमय है।’’ इस शाब्दिक आशय के अतिरिक्त परामर्श के अन्य पक्ष भी हैं जिनके आधार पर परामर्श का अर्थ स्पष्ट हो सकता है। उनके …

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शैक्षिक निर्देशन क्या है? शैक्षिक निर्देशन आवश्यकता एवं महत्व

शिक्षा बालक के भावी जीवन का आधार तैयार करती है यदि शिक्षा के हरेक सोपान में बालक को उचित शैक्षिक निर्देशन मिलता है, तो उसका व्यवहारिक व्यावसायिक एवं आर्थिक जीवन सफल, सुखी एवं संतुष्ट होता है वैसे तो शैक्षिक निर्देशन का प्रारंभ तभी से हो जाता है, जब बालक विद्यालय जाना प्रारंभ भी नहीं करता है। …

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