अर्थव्यवस्था के प्रकार और अर्थव्यवस्था की मुख्य विशेषताएं

अर्थव्यवस्था मानवीय आवश्यकताओं की संतुष्टि करने के लिये एक मानव निर्मित संगठन है। प्राचीनकाल में, ‘जीविका प्राप्त करना’ सरल था परन्तु सभ्यता के विकास के साथ यह अत्यंत जटिल हो गया है। यहां यह ध्यान देना अत्यंत महत्वपूर्ण है कि जिस विधि से व्यक्ति जीविका अर्जन करता है वह वैध तथा न्यायपूर्ण होनी चाहिए। अन्यायपूर्ण तथा …

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प्रत्यक्ष कर किसे कहते हैं प्रत्यक्ष कर के गुण और दोष क्या है?

सामान्य तौर पर प्रत्यक्ष कर वे कर होते हैं जिनका भुगतान एक ही बार में कर दिया जाता है तथा इन कर का वे ही व्यक्ति भुगतान करते हैं जिन पर वह लगाया जाता है उन के भार को दूसरों पर टाला नहीं जा सकता। इसके विपरीत अप्रत्यक्ष कर वे होते हैं जिनका भुगतान पहले तो …

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एक कर प्रणाली एवं बहुकर प्रणाली के गुण और दोष

एक कर प्रणाली के अंदर राज्य द्वारा केवल एक कर लगाया जाता है जो या तो कृषि उत्पादन पर हो सकता है, आय पर हो सकता है अथवा अन्य किसी वस्तु पर हो सकता है। एक कर प्रणाली एक कर- केवल कृषि पर – प्रकृतिवादी -अर्थशास्त्रियों का विचार था कि केवल कृषि उत्पादन पर कर लगाया जाये …

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व्यष्टि अर्थशास्त्र और समष्टि अर्थशास्त्र में अंतर

व्यष्टि अर्थशास्त्र तथा समष्टि अर्थशास्त्र आर्थिक समस्याओं तथा विश्लेषण के दो मार्ग हैं। पहले का संबंध व्यक्तिगत आर्थिक इकाइयों के अध्ययन से है, जबकि दूसरे का समस्त अर्थव्यवस्था के अध्ययन से है।  रेगनर प्रिफश (Ragner Frisch) पहला व्यक्ति था जिसने 1933 में अर्थशास्त्र में व्यष्टि तथा समष्टि शब्दों का प्रयोग किया था। व्यक्तियों और व्यक्तियों के …

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सहकारी समिति की विशेषताएं और प्रकार

सहकारी शब्द लातिन शब्द Co-operari से निकला है। जिसमें ‘Co’ का अर्थ है ‘के साथ’ तथा ‘operari’ का अर्थ है ‘कार्य करना’। सहकारी शब्द का अर्थ है साथ मिलकर कार्य करना। इसका अर्थ हुआ कि ऐसे व्यक्ति जो समान आर्थिक उद्देश्य के लिए साथ मिलकर काम करना चाहते हैं वे समिति बना सकते हैं। इसे ‘सहकारी …

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उद्यमी का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, विशेषताएँ

उद्यमी (Entrepreneur) वह व्यक्ति होता है, जो किसी उत्पादन से संबंधित सभी संसाधनों का कुशलतम उपयोग करता है वर्तमान में उत्पादन के समस्त साधनों की उपलब्धी पृथक-पृथक जगह से होती है तथा इन साधनों को एकत्र (इकट्ठा) करके इनमें वैज्ञानिक समन्वय स्थापित करने वाले व्यक्ति को ही ‘उद्योगपति’ या ‘उद्यमी’ कहा जाता है। यह भी पढ़ें: उद्यमी …

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आयकर क्या है भारत में आयकर के इतिहास का वर्णन करें?

किसी व्यक्ति की गतवर्ष की आय पर सरकार द्वारा वसूला जाने वाला कर। आयकर एक वार्षिक कर होता है जो प्रत्येक कर निर्धारण वर्ष में निर्धारित दरों से गत वर्ष की कुल आय पर लगाया जाता है। यह कर प्रत्येक ऐसे व्यक्ति द्वारा जिसकी गत वर्ष (वित्तीय वर्ष) की कर योग्य आय न्यूनतम कर योग्य सीमा …

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बहुउद्देशीय परियोजना के उदेश्य, लाभ एवं हानि

एक नदी घाटी परियोजना जो एक साथ कई उद्देष्यों जैसे-सिंचाई,बाढ़ नियन्त्रण, जल एवं मृदा संरक्षण,जल विद्युत, जल परिवहन,पर्यटन का विकास ,मत्स्यपालन,कृषि एवं औद्योगिक विकास आदि की पूर्ति करती हैं;बहुउद्देशीय परियोजनायें कहलाती हैं।जवाहर लाल नेहरू ने गर्व से इन्हें ‘आधुनिक भारत के मन्दिर’कहा था। उनका मानना था कि इन परियोजनाओं के चलते कृषि और ग्रामीण अर्थव्यवस्था ‘औद्योगीकरणऔर …

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जल दुर्लभता क्या है और इसके मुख्य कारण क्या है ?

मांग के अनुसार जल की पूर्ति न हो पाना जल दुर्लभता (Water scarcity) कहलाता है। यही जल दुर्लभता विश्व की सबसे बड़ी समस्या बनी हुई है जब कि पृथ्वी का तीन- चौथाई भाग जल से घिरा है और जल एक नवीकरण योग्य संसाधन है तब भी विश्व के अनेक देशों और क्षेत्रों में जल की कमी कैसे …

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परीक्षा का अर्थ, परिभाषा एवं प्रकार

परीक्षा का अर्थ छात्रों की उपलब्धि से संबंधित साक्ष्यों को इकट्ठा करने की प्रक्रिया परीक्षा (Examination) कहलाती है । इसमें परीक्षणों की रचना, प्रशासन, परीक्षाओं का संचालन, उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन तथा छात्रों की उपलब्धि सूचित करने की प्रक्रिया शामिल होती है। परीक्षा की परिभाषा किसी क्षेत्र में छात्रों की उपलब्धि अथवा योग्यता की जाँच के …

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