जनसंचार के प्रमुख माध्यम कौन-कौन से हैं?

जनसंचार का अर्थ है सूचना और विचारों का प्रसार व संचार के आधुनिक साधनों के जरिए मनोरंजन प्रदान करना । जनसंचार के इन माध्यमों में इलैक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया दोनों ही आते हैं ।  संचार के परम्परागत साधन आधुनिक समाज की परिवर्तित परिस्थितियों की आवश्यकताओं को पूर्ण करने में असमर्थ रहे हैं । इसीलिए तीव्र गति …

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संचार का अर्थ || संचार के पांच मुख्य तत्व || संचार के सिद्धांत

संचार शब्द अंग्रेजी के कम्यूनिकेशन शब्द के पर्याय के रूप में  प्रचलित है, जिसका अर्थ है संचरण, (यानी एक स्थान से दूसरे स्थान तक जाना), सम्प्रेषण, आदान-प्रदान। सामान्यतः सम्प्रेषण या संचार का अर्थ है किसी जानकारी, भाव या विचार को दूसरे तक पहुँचाना और दूसरे के भाव या विचार की जानकारी पाना। इसके लिए एक और …

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जनसंचार का अर्थ, परिभाषा, माध्यम, विशेषताएं, कार्य

“जनसंचार का अर्थ है जन संचार माध्यमों – जैसे रेडियो, दूरदर्शन, प्रेस और चलचित्र द्वारा सूचना, विचार और मनोरंजन का प्रचार-प्रसार करना।” जनसंचार का अर्थ जनसंचार का अर्थ संचार शब्द संस्कृत की ‘चर्’ धातु से निकला है, जिसका अर्थ चलना या संचरण करना है। अंग्रेजी में इसके लिए कम्युनिकेशन शब्द चलता है संचार के साथ ‘जन’ …

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अशाब्दिक संचार क्या है अशाब्दिक संचार के कार्य?

शाब्दिक संचार में शब्दों का प्रयोग किया जाता है, लेकिन अशाब्दिक संचार में हम ध्वनि में उतार-चढाव, भाव-भंगिमाएं, मुद्राएं एवं मुखाभिव्यक्ति, बैठने की शैली आदि के माध्यम से संचार करते हैं। शारीरिक भाषाओं के विशेषज्ञ अल्बर्ट मेहराबियन ने किसी भी संदेश के प्रभाव के बारे में शोध किया। मौखिक संचार पर किए गए उनके शोध में …

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संचार तकनीक क्या है तकनीकी संचार की मुख्य विशेषताएं

तकनीकी संचार एक ऐसा माध्यम है जिसकी सहायता से एक व्यक्ति अपने विचारों, संवेदनाओं, एवं सूचनाओं को दूसरे व्यक्ति तक पहुँचाता है और उत्तर के रूप में दूसरे व्यक्ति से संचार के माध्यम से ही उसके विचारों को सुनता है। संचार के कई प्रकार हैं :- मौखिक संचार (Oral Communication)  सांकेतिक संचार (Non-verbal Communication)  लिखित सम्प्रेषण …

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सूचना का अर्थ, परिभाषा, प्रकार, स्वरूप, प्रसार एवं विशेषताएं

सूचना एक मानवीय विचार है। मनुष्य एक सामाजिक प्राणी होने के कारण मानवीय गतिविधियों से सीधा जुड़ा रहता है। समाज में जब किसी चीज की आवश्यकता होती है, तो उस पर शोध होती है, नई परिकल्पनायें जन्म लेती हैं, नये विचार मानव-मस्तिष्क में आते हैं। पाच ज्ञानेन्द्रियों के जरिये ग्रहण की गई संवेदनाओं को तभी तान्त्रिकाओं …

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बौद्धिक संपदा अधिकार क्या हैं बौद्धिक सम्पदा को मुख्य रूप से इन भागों में विभक्त किया जा सकता है

वह कोई भी वस्तु, जो किसी व्यक्ति के मस्तिष्क की उपज हो जैसे कोई साहित्यिक या कलात्मक कार्य, कोई शब्द, प्रतीक, डिजाइन, संगीत, खोज एवं आविष्कार आदि व्यक्ति की बौद्धिक सम्पदा कहलाती है। शब्द बौद्धिक सम्पदा का उपयोग उन्नीसवीं शताब्दी में प्रारम्भ हुआ तथा 20 वीं शताब्दी में यह शब्द संयुक्त राज्य अमेरिका में प्रचलित हुआ। …

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Copyright क्या है भारत में कॉपीराइट कानून इन मूलकृतियों को कॉपीराइट एक्ट के तहत सुरक्षा प्रदान कराता है

कॉपीराइट वह कानून है जो साहित्य निर्माता, नाटक, संगीत अथवा चित्रकला, चलचित्र निर्माता, वेबसाइट, लेखक, निर्माता को उनके मूल कृति को कॉपीराइट पंजीयन कराकर यह अधिकार प्राप्त कराना है कि उनका साहित्य, कृति कॉपीराइट के तहत संरक्षित है तथा वे उसका उत्पादन, प्रजनन करने, संचार करने का अधिकार प्रदान कराता है तथा उनके मूल कृति केा …

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इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य क्या है ये सावधानियां बरतनी चाहिए ताकि इलेक्ट्रानिक साक्ष्य को सुरक्षित रखा जा सकें?

वे सभी कथन जिनके जांचाधीन तथ्य के विषयों के संबंध में न्यायालय अपने सामने साक्षियों द्वारा किए जाने की अनुज्ञा देता है या अपेक्षा करता है, ऐसे सभी कथन मौखिक साक्ष्य कहलाते हैं । भारतीय साक्ष्य अधिनियम 1972 के समय इलेक्ट्रानिक तथा कम्प्यूटर तकनीक का विकास न होने के कारण इन पर आधारित साक्ष्यों का समावेश …

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सूचना समाज की परिभाषा, सूचना समाज में ये बाधक तत्व है

सूचना समाज से तात्पर्य ऐसे समाज से है-जहाँ सूचना का निर्माण, वितरण, हस्तांतरण, उपयोग तथा सुधार एक महत्वपूर्ण आर्थिक, राजनैतिक तथा सांस्कृतिक गतिविधि होती है। इस प्रकार के समाज में उत्पादन, अर्थव्यवस्था और समाज में वृहद रूप में सूचना तकनीक की केन्द्रीय भूमिका होती है। सूचना समाज को औद्योगिक समाज का ही विकसित स्वरूप समझा जाता …

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