अनुक्रम
आर्द्रता किसे कहते हैं, वायुमण्डल में उपस्थित जलवाष्प को वायुमण्डल की आर्द्रता कहते हैं। आर्द्रता को ग्राम प्रति घनमीटर में मापा जाता है। जब किसी वायु में उसकी क्षमता के बराबर जलवाष्प आ जाए तो उसे संतृप्त वायु कहते हैं।
आर्द्रता के प्रकार
- निरपेक्ष आर्द्रता
- विशिष्ट आर्द्रता
- सापेक्ष आर्द्रता
1. निरपेक्ष आर्द्रता
हवा के प्रति इका आयतन में विद्यमान जलवाष्प की मात्रा को निरपेक्ष आर्द्रता कहते हैं सामान्यत: इसे ग्राम प्रतिघन मीटर में व्यक्त किया जाता है।वायुमंडल की जलवाष्प धारण करने की क्षमता पूर्णत: तापमान पर निर्भर होती है ।हवा की आर्द्रता स्थान-स्थान पर और समय-समय पर बदलती रहती है ठंडी हवा की अपेक्षा गर्म हवा अधिक जलवाष्प धारण कर सकती है।
2. विशिष्ट आर्द्रता
3. सापेक्ष आर्द्रता
किसी निश्चित आयतन की वायु में वास्तविक जलवाष्प की मात्रा तथा उसी वायु के किसी दिए गए तापमान पर अधिकतम आर्द्रता धारण करने की क्षमता का अनुपात हैं। इसे प्रतिशत में व्यक्त किया जाता है –
यदि हवा किसी तापमान पर जितनी आर्द्रता धारण कर सकती है, उतनी आर्द्रता धारण कर लेती है तो उसे ‘संतृप्त वायु’ कहते है। इसके बाद उस हवा में आर्द्रता धारण करने की क्षमता नही रह पाती।इस बिन्दू पर किसी वायु की सापेक्ष आर्द्रताशत-प्रतिशत होती है।सरल शब्दों में हम कह सकते हैं कि वह तापमान जिस पर एक दी गयी वायु पूर्णतया संतृप्त हो जाती हैं, उसे संतृप्त बिन्दू या ओसांक कहते है।