चिंता क्या है इसके कारण एवं लक्षणों का विस्तृत वर्णन

चिन्ता अपने आप में एक ऐसा मानसिक रोग है जो व्यक्ति के विचारों में लगकर भीतर ही भीतर उसे खोखला करता जाता है। चिन्ता सामान्यतः अज्ञात, अमूर्त एवं व्यक्तिनिष्ठ परिस्थितियों से सम्बन्धित होती है। जो प्रायः इच्छित वस्तु के न प्राप्त होने की दशा में या फिर उसको प्राप्त करने के मार्ग में आने वाले अवरोधों …

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स्मृति किसे कहते हैं? परिभाषा सहित स्मृति का अर्थ

प्राय: हम यह सुनते हैं कि अमुक व्यक्ति की स्मृति बहुत अच्छी है। अमुक व्यक्ति बार-बार भूल जाता है। कई व्यक्ति अपनी स्मृति में कई सूचनाओं को एक साथ रख लेते हैं। कई बार हम बचपन की बातों को स्मृति में ले आते हैं तो कई बार हम वर्तमान की बातों को भी भूल जाते हैं। …

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मनोवैज्ञानिक परीक्षण की विभिन्न विधियाँ

क्या आप जानते हैं कि मनोवैज्ञानिक परीक्षण कितने प्रकार के होते हैं?  मनोवैज्ञानिक परीक्षण एक मानवीकृत यन्त्र होता है, जिसमें प्रश्नों अथवा चित्रों या अन्य माध्यमों के द्वारा मनुष्य की विभिन्न मानसिक योग्यताओं जैसे कि बुद्धि, समायोजन क्षमता, स्मृति, अभिवृत्ति, अभिरूचि इत्यादि का मात्रात्मक मापन किया जाता है।  कहने का आशय यह है कि मनोवैज्ञानिक परीक्षण …

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एरिक्सन का मनोसामाजिक सिद्धांत, मनोसामाजिक विकास की 8 अवस्थाएं

एरिक एरिक्सन एक प्रसिद्ध मनोविष्लेशक थे जिसने मानव के सम्पूर्ण जीवनकाल के सामान्य विकास का मनोसामाजिक सिद्धान्त प्रतिपादित किया । एरिक्सन ने व्यक्तित्व विकास के लिए सामाजिक कारकों के महत्व पर बल दिया । उसने विकास के विभिन्न अवस्थाओं के नियत निर्धारकों को स्थिरता और स्थायित्व में भिन्न है , का सम्प्रत्यय विकसित किया । एरिक्सन …

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एडलर द्वारा प्रतिपादित व्यक्तित्व सिद्धांत का विवेचन

एडलर का व्यक्तित्व सिद्धान्त ‘‘नवमनी विश्लेषणात्मक उपागम’’ पर आधारित है। एडलर यद्यपि फ्रायड के काफी नजदीक थे, किन्तु वे व्यक्तित्व के सम्बन्ध में फ्रायड के कुछ विचारों से सहमत नहीं थे। इसलिये उन्होंने फ्रायड से पृथक होकर एक नये व्यक्तित्व सिद्धान्त को जन्म दिया, जिसका नाम रखा – ‘‘वैयक्तित्व मनोविज्ञान का सिद्धान्त’’ इस सिद्धान्त की खास …

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फ्रायड का व्यक्तित्व का मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांत || Freud’s psychoanalytic theory

मनोविज्ञान के क्षेत्र में सिगमंड फ्रायड के नाम से प्राय: सभी लोग परिचित है। सिगमंड फ्रायड ने व्यक्तित्व के जिस सिद्धांत का प्रतिपादन किया, उसे व्यक्तित्व का मनोविश्लेषणात्मक सिद्धांत कहा जाता है। सिगमंड फ्रायड का यह सिद्धांत उनके लगभग 40 साल के वैदानिक अनुभवों पर आधारित है। सिगमंड फ्रायड का सिद्धांत इसी उपागम पर आधारित है। फ्रायड का व्यक्तित्व का मनोविश्लेषणात्मक …

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व्यक्तित्व का अर्थ, परिभाषा, व्यक्तित्व के सिद्धांत की संक्षेप में जानकारी

मनोविज्ञान में व्यक्तित्व का अध्ययन एक महत्वपूर्ण विषय है। व्यक्ति के व्यक्तित्व को समझने के लिए कई मनोवैज्ञानिकों ने अपने अपने मत एवं सिद्धांत प्रस्तुत किये हैं। इसमें जर्मन मनोवैज्ञानिक क्रेत्समर, विलियम शेल्डन, आलपोर्ट, सिग्मण्ड फ्रायड तथा मास्लो के व्यक्तित्व सिद्धांत की संक्षेप में जानकारी प्राप्त करेंगे। व्यक्तित्व का अर्थ व्यक्तित्व का अर्थ व्यक्तित्व का अंग्रेजी …

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शिक्षा मनोविज्ञान का अर्थ, परिभाषाएं, प्रकृति, आवश्यकता व विधियां

शिक्षा-मनोविज्ञान के अंतर्गत शैक्षिक वातावरण में उत्पन्न समस्याओं और उनके समाधान का मनोवैज्ञानिक अध्ययन किया जाता है। मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जिसका सम्बन्ध व्यावहारिक परिवर्तनों के अध्ययन से है। शिक्षा द्वारा मनुष्य के व्यवहार में परिवर्तन किया जाता है और मनोविज्ञान एक ऐसा विज्ञान है जो मानव-व्यवहार के सभी रूपों का अध्ययन करता है। इस दृष्टि …

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शिक्षा को प्रभावित करने वाले भौगोलिक कारक (Geographical Factors Affecting Education)

शिक्षा को प्रभावित करने वाले भौगोलिक कारक (Geographical Factors Affecting Education) भौगोलिक कारक भारत एक विशाल देश है जिसमें दुर्गम रेगिस्तान, अगम्य पर्वतमालाएँ तथा भीषण जंगल है। इस भौगोलिक विविधता के परिणामस्वरूप ही शिक्षा को अनिवार्य नही बनाया जा सका। पर्वतीय क्षेत्र में आवागमन के कारण बालक एक स्थान से दूसरे स्थान पर शिक्षा ग्रहण करने …

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शिक्षा को प्रभावित करने वाले शैक्षिक कारक (Educational Factors Affecting Education)

शिक्षा को प्रभावित करने वाले शैक्षिक कारक (Educational Factors Affecting Education) शिक्षा जगत में प्रचलित पाठ्यक्रम प्रायः दोषपूर्ण हैं। इस पाठ्यक्रम में स्थानीय आवश्यकताओं पर कोई बल नही दिया गया है। राजस्थान में राजस्थान राज्य शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण संस्थान (SCIERT) इस कार्य को करती है। पाठ्यक्रम में पुस्तकीय ज्ञान पर बल दिया गया है। साथ …

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