मानसिक विकास का सिद्धांत (जीन पियाजे की थ्योरी ऑफ कॉग्निटिव डेवलपमेंट)

मानसिक विकास को संज्ञानात्मक विकास के अध्ययन द्वारा भली प्रकार समझा जा सकता है। तकनीकी रूप में संज्ञानात्मक विकास ही मानसिक विकास है। संप्रत्यय निर्माण, सोचना, तर्क करना, याद रखना, विश्लेषण करना, निर्णय करना यह सब संज्ञानात्मक विकास की ही प्रक्रियाये हैं। इन प्रक्रियाओं को भली प्रकार समझने हेतु मनोवैज्ञानिकों ने बहुत से अनुसंधान किए हैं। …

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मानव विकास की अवस्थाओं को गर्भधारण से लेकर पूरे जीवनकाल को इन भागों में विभाजित किया है।

मानव जीवन के विकास का अध्ययन  के अन्तर्गत किया जाता है। विकासात्मक मनोविज्ञान मानव के पूरे जीवन भर होने वाले वर्धन, विकास एवं बदलावों का अध्ययन करता है।  मानव विकास की विभिन्न अवस्थाएं मानव विकास की अवस्थाओं को गर्भधारण से लेकर पूरे जीवनकाल को इन भागों में विभाजित किया है। पूर्वप्रसूतिकाल – यह अवस्था गर्भधारण से …

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मनोविज्ञान की विधियाँ

मनोविज्ञान बहुत विस्तृत विषय है। इस विषय का गहराई पूर्ण अध्ययन करने के लिए कोई भी एक विधि पर्याप्त नहीं हो सकती है। मनोविज्ञान विषय की विशालता एवं इसकी गंभीरता के कारण यह बहुआयामी विज्ञान है जिसे समझने के लिए विभिन्न प्रकार की अध्ययन विधियों की आवश्यकता होती है इन अध्ययन विधियों में अंतःनिरीक्षण विधि, निरीक्षण …

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परामर्श का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएं एवं सिद्धांत

परामर्श की आवश्यकता मनुष्य को सदैव से पड़ती रही है किन्तु परिवार एवं समाज के स्वरूप में परिवर्तन के साथ-साथ परामर्श के रुप में भी परिवर्तन हुआ है। पहले संयुक्त परिवार में व्यक्ति अपने परिवार के बुजुर्गों से परामर्श प्राप्त कर संतुष्ट हो जाता था। वर्तमान आर्थिक, प्रतिस्पर्धात्मक एवं गतिशील जटिल युग में व्यक्ति पारिवारिक सदस्य …

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मानसिक मंदता का अर्थ, परिभाषा, विशेषताएँ, वर्गीकरण, कारण

मानसिक मंदता मानसिक न्यूनताओं से ग्रस्त बालक ‘‘मानसिक विकलांगता’’ और ‘‘सामान्य से कम मानसिक मंदता बालक’’ आदि सभी मानसिक रूप से विकलांग बच्चों के नाम हैं। प्राचीन समय में मानसिक मंदता बच्चों के लिए मूर्ख, मन्दबुद्धि आदि शब्दों का प्रयोग किया जाता था जो अब अप्रचलित हो गये हैं। एल्फ्रेड बिने (Alfred Binet, 1908) ने ‘‘मानिसक …

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नैदानिक परीक्षण क्या है अच्छे नैदानिक परीक्षण की विशेषताएँ?

नैदानिक परीक्षण उपलब्धि परीक्षण का ही एक प्रकार है, जिसका महत्व उपलब्धि परीक्षण से अधिक है। नैदानिक परीक्षण का प्रयोग मुख्य रुप से निर्देशन एवं सुधार के लिए किया जाता है। नैदानिक परीक्षण उपलब्धि परीक्षण का ही एक रुप है जिसका महत्व उपलब्धि परीक्षणों की तुलना में कहीं अधिक है। उपलब्धि परीक्षण एक ऐसा अभिकल्प है …

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उपलब्धि परीक्षण अर्थ, परिभाषा, प्रकार, महत्व, गुण

उपलब्धि परीक्षण वह परीक्षण जिसकी सहायता से किसी निश्चित क्षेत्र में अर्जित ज्ञान व योग्यता का मापन किया जाता है।  उपलब्धि परीक्षण स्कूल से विषय संबंधी अर्जित ज्ञान का परीक्षण है। इस परीक्षण से शिक्षक यह ज्ञात कर सकता है कि विद्यार्थी ने कितनी उन्नति की है, विद्यार्थी ने किस सीमा तक विषय संबंधी ज्ञान प्राप्त …

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निर्धारण मापनी क्या है निर्धारण मापनी का वर्गीकरण अनेक प्रकार से किया जाता है

मानवीय निर्णय से संबंधित मापन विधियों का मूल्यांकन निर्धारण मापनी द्वारा होता है । यह एक व्यक्तिनिष्ठ विधि है । इसके द्वारा किसी व्यक्ति के विषय में दूसरे लोग क्या राय रखते हैं, यह पता लगाया जाता है । निर्धारण मापनी उस उपकरण को कहते है जिसमें अक्षरों, अंको, शब्दों या प्रतीकों की सहायता से व्यक्तियों …

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निर्धारण मापनी क्या है निर्धारण मापनी का वर्गीकरण अनेक प्रकार से किया जाता है

अनुसूची अंग्रेजी के शिड्यूल (Schedule) का हिन्दी रूपान्तर है। जिसका अर्थ होता है सूची (A list)] नामावली (A tabulated statement) आदि।  साक्षात्कार अनुसूची की परिभाषा साक्षात्कार अनुसूची की विद्वानों ने जो परिभाषाएँ दी हैं, वे इस प्रकार हैं- बोगार्डस के अनुसार- अनुसूची उन तथ्यों को प्राप्त करने के लिये एक औपचारिक पद्धति का प्रतिनिधित्व करती है, …

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व्यसन किसे कहते हैं ? नशीले पदार्थों का मानव पर क्या प्रभाव पड़ता है ?

व्यसन एक द्रव्य सम्बन्धी विकृति है, जिसमें व्यक्ति अत्यधिक मात्रा में विभिन्न प्रकार के रसायन द्रव्यों का सेवन करता है और इन द्रव्यों पर इतनी अधिक निर्भरता बढ़ जाती है कि इनके दुष्प्रभावों से परिचत होते हुए भी वह इनको लेने के लिये विवश हो जाता है, क्योंकि न लेने पर उसके शरीर और मन को …

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