Max Weber ka jeevan parichay मैक्स वेबर का जन्म जर्मनी के थुरिंगा (Thuringa) शहर में 21 अप्रैल 1864 को एक प्रोटेस्टेंट परिवार में हुआ था। वह अपने माता-पिता के सात पुत्रों में से सबसे बड़ा था। मैक्स वेबर के पिता पश्चिमी जर्मनी के व्यापारियों तथा वस्त्र निर्माताओं के परिवार में उत्पन्न हुए थे। दृढ़ प्रोटेस्टेंट विश्वासों के कारण यह परिवार कैथोलिक धर्म-प्रधान क्षेत्र साल्ज़बर्ग से भगा दिया गया।
दो वर्ष की सैनिक नौकरी के पश्चात 1884 में मैक्स वेबर अपने माता-पिता के पास वापस लौट गया। अपनी शिक्षा पूरी करने के लिए उसने बर्लिन विश्वविद्यालय में प्रवेश लिया। गॉटिंगन विश्वविद्यालय में भी शिक्षा प्राप्त की। इन दिनों जब वह घर में ही रह रहा था, मैक्स वेबर को अपनी माँ के व्यक्तित्व तथा धार्मिक मूल्यों से परिचित होने का अधिकाधिक मौका मिला।
विद्यार्थी के रूप में, मैक्स वेबर ने बर्लिन विश्वविद्यालय के अध्यापकों के साथ बहुत घनिष्ठ संबंध स्थापित किए। उसने 1889 में हिस्टरी ऑफ कमर्शियल सोसायटीज़ इन द मिडिल एजेज़ पर अपनी पी.एच.डी. का शोध प्रबंध लिखा तथा रोमन अग्रेरियन हिस्टरी पर अपना उत्तर-डॉक्टरीय (post-doctoral) शोध प्रबंध भी लिखा जो विश्वविद्यालय में अध्यापक का पद प्राप्त करने के लिए आवश्यक था। उत्तर-डॉक्टरीय शोध प्रबंध समाप्त करने पर मैक्स वेबर ने बर्लिन विश्वविद्यालय में प्राध्यापक का पद ग्रहण किया तथा इसी समय वह विश्वविद्यालय के विधि संकाय (law faculty) में शैक्षिक पद पर भी बना रहा। इन दिनों मैक्स वेबर के रहन-सहन के तरीके में महत्वपूर्ण परिवर्तन हुए। धीरे-धीरे वह आत्मसंयमी की भाँति अनुशासित हो गया तथा रोज़मर्रा के जीवन में साधुवत कठोरता का पालन करने लगा।
इस दौरान ईसाई सामाजिक राजनीतिक केंद्रों में सक्रिय होकर मैक्स वेबर ने राजनीति में रुचि लेना प्रारंभ कर दिया। मैक्स वेबर ने उस समय जर्मनी की सामाजिक-राजनीतिक परिस्थितियों पर अनेकों लेख प्रकाशित किए। वस्तुत: वह अपने बौद्धिक तथा राजनीतिक कार्यकलापों दोनों में एक साथ ही सक्रिय हो गया। परंतु 1898 में अचानक इस होनहार जीवन में बाधा पड़ गई। अपने पिता की निरंकुश प्रतारणा के विरुद्ध माँ का बचाव करते समय एक तनावपूर्ण बहस के थोड़ी देर बाद मैक्स वेबर के पिता का देहांत हो गया। बाद में मैक्स वेबर ने अनुभव किया कि पिता के प्रति उसका वह व्यवहार सही नहीं था तथा जिसकी परिपूर्ति नहीं हो सकती थी। धीरे-धीरे मैक्स वेबर मानसिक रोग से ग्रसित हो गया। 1898 में उसका स्नायुतंत्र बिगड़ गया तथा पाँच वर्ष से अधिक समय तक वह बीमार रहा।
1903 में आर्कीव फ्यूअर सोसियालविसेनशाफ्ट (Archiv Fuer Sozialwissenschaft) जर्मनी में सामाजिक विज्ञान की प्रमुख पत्रिका के रूप में विख्यात हुई। पत्रिका के सह-संपादक के रूप में उसने अपने विद्वत कार्यकलाप फिर से शुरू किए। एक बार फिर मैक्स वेबर की शैक्षणिक योग्यता में अत्यधिक निखार आया। 1904 में उसने सामाजिक व आर्थिक मुद्दों पर, सामाज़िक विज्ञानों में वस्तुपरकता के प्रश्न पर तथा प्रोटस्टेंट एथिक एण्ड व स्पिरिट ऑफ कैपीटलिज्म के पहले भाग क रूप में महत्वपूर्ण लेख प्रकाशित किए। उसी वर्ष एक शैक्षिक निमंत्रण पर वह अमरीका भी गया। मैक्स वेबर अमरीका के आर्थिक विकास तथा वहाँ की संस्कृति से प्रभावित हुआ। अपने इस दौरे के दौरान उसने पूँजीवादी विचारधारा के सभी पहलुओं श्रम समस्या, आप्रवासी तथा राजनीतिक प्रबंधन के प्रश्नों में अपनी रूचि दिखाई। कोलम्बिया विश्वविद्यालय में उसने प्रोटेस्टेंट विचारधारा में प्रयोग की जाने वाली अध्यन सामग्री की भी खोज की (गिडेन्स, 2006 : 183)।
1915 और 1920 के बीच राजनीतिक गतिविधियों के साथ-साथ मैक्स वेबर ने शैक्षिक क्षेत्र में भी बहुत अधिक योगदान किया। प्रथम महायुद्ध के दौरान उसने धर्म के समाजशास्त्र पर अपना अध्ययन पूरा किया। द रिलीज़न ऑफ़ चाइना : कन्फूशियनिज़्म एण्ड ताओइज़्म, 1915 में पहली बार प्रकाशित हुई। द रिलीज़न ऑफ इंडिया : द सोशियोलॉजी ऑफ हिन्दुइज़्म एण्ड बुद्धिज़्म, 1916-17 में प्रकाशित हुई। ऐन्शियंट जूडाइज़्म, 1917 में प्रकाशित हुई। 1919 में मैक्स वेबर ने म्यूनिख विश्वविद्यालय में साइंस ऐज़ ए वोकेशन तथा पॉलिटिक्स ऐज़ ए वोकेशन अपना प्रसिद्ध भाषण दिया। वस्तुत: इस भाषण में जर्मनी में क्रांतिकारी उथल-पुथल के समय मैक्स वेबर के राजनीतिक और बौद्धिक अभिविन्यास की स्पष्ट रूप से व्याख्या करने के उसके महत्वपूर्ण प्रयास की झलक मिलती है।
मैक्स वेबर की सामाजिक ऐतिहासिक पृष्ठभूमि
मैक्स वेबर की प्रमुख रचनाएं
मैक्स वेबर की प्रमुख प्रकाशित रचनाओं की सूची नीचे दी गई है। इस सूची में अनुवादित तथा सम्पादित पुस्तकें भी शामिल हैं।
- द सोशल कॉज़िज ऑफ डिके ऑफ एशिएंट सिविलाइजेशनजरनल ऑफ जनरल एजुकेशन
- द प्रोटेस्टेंट एथिक एण्ड द स्पिरिट ऑफ कैपीटलिज्म
- द रिलीजन ऑफ चाइना
- मैक्स वेबर ऑन दमैथाडोलॉजी ऑफ सोशल साइंसिस
- द रिलीज़न ऑफ इंडिया
- ऐशिएंट जुडाइज़्म. फ्री प्रेस
- जनरल इकोनॉमिक हिस्ट्री
- द सिटी. फ्री प्रेस : गलैन्को
- द थ्यूरी ऑफ सोशल एण्ड इकोनॉमिक आरगनाइजेशन
- फ्रॉम मैक्स वेबर : एसेज़ इन सोशियोलॉजी.
