राठ अंचल का केन्द्र नीमराना रियासत थी। जब पृथ्वीराज तृतीय के वंशजों को दिल्ली छोड़ना पड़ा तो वे नीमराणा आये ओर अपने आहत हुये अभिमान की पूर्ति नीमराणा राज्य को ‘राष्ट्र‘ कहकर की। बाद में ‘राष्ट्र‘ ही ‘राठ‘ बन गया। इसमें मुण्डावर, बहरोड़, बानसूर व हरियाणा के कुछ इलाके शामिल हैं।