मई-जून महीनों में संवाहनिक धाराओं की उत्पत्तिस्वरूप स्थानीय रूप से वायु भंवर उत्पन्न होते हैं, इन्हें भतूल्या या भभूल्या कहते हैं।
मई-जून महीनों में संवाहनिक धाराओं की उत्पत्तिस्वरूप स्थानीय रूप से वायु भंवर उत्पन्न होते हैं, इन्हें भतूल्या या भभूल्या कहते हैं।