चम्बल बेसिन में जल अपरदन से भारी कटाव के कारण निर्मित घाटीयाँ, खड्ड युक्त टीलों से युक्त भूमि बीहड़ कहलाती है। कोटा, बूंदी, टोंक, सवाईमाधोपुर, धौलपुर, बारां, करौली एवं मध्य प्रदेश के सीमावर्ती जिलों में बीहड़ों का विस्तार है। अधिकतर बीहड़ों का निर्माण पिछले 400 वर्षों में हुआ है।