मरुस्थलों में पवन के अपरदन एवं निक्षेपण से निर्मित रेत के टिब्बे या कटक जो कुछ फीट से 100 फीट तक ऊँचे एवं कई किलोमीटर लंबे होते हैं, बालुका स्तूप कहलाते हैं।
मरुस्थलों में पवन के अपरदन एवं निक्षेपण से निर्मित रेत के टिब्बे या कटक जो कुछ फीट से 100 फीट तक ऊँचे एवं कई किलोमीटर लंबे होते हैं, बालुका स्तूप कहलाते हैं।