शिवालिक श्रेणियों में कालका (शिमला) से उद्भव, टिब्बी (श्रीगंगानगर) में प्रवेश और हनुमानगढ़ में भटनेर किला के पास कुल 465 किमी. प्रवाह के बाद रेगिस्तान में विलीन । वैदिक नदी सरस्वती के पेटे में बहती है। राजस्थान में ‘नाली‘ कहते हैं।
शिवालिक श्रेणियों में कालका (शिमला) से उद्भव, टिब्बी (श्रीगंगानगर) में प्रवेश और हनुमानगढ़ में भटनेर किला के पास कुल 465 किमी. प्रवाह के बाद रेगिस्तान में विलीन । वैदिक नदी सरस्वती के पेटे में बहती है। राजस्थान में ‘नाली‘ कहते हैं।